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NewsClick ने कश्मीर व अरुणाचल को लेकर रची थी ये बड़ी साजिश! जांच में मिले इनपुट का पुलिस ने किया खुलासा

पुलिस ने कोर्ट को बताया कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के प्रचार विभाग के सक्रिय सदस्य नेविली राय सिंघम उनकी स्वामित्व वाली शंघाई स्थित कंपनी स्टारस्ट्रीम के कुछ चीनी कर्मचारियों और न्यूजक्लिक के संपादक प्रबीर पुरकायस्थ के बीच कुछ मेल के आदान-प्रदान का इनपुट मिला था। वे बगैर कश्मीर के भारत का नक्शा बनाने और अरुणाचल प्रदेश को विवादित क्षेत्र के रूप में दिखाने पर चर्चा करते पाए गए।

By Jagran NewsEdited By: Shubham SharmaUpdated: Thu, 05 Oct 2023 05:00 AM (IST)
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न्यूजक्लिक ने कश्मीर व अरुणाचल को विवादित क्षेत्र बताने की रची थी साजिश। (फाइल फोटो)

जागरण संवाददाता/पीटीआई,नई दिल्ली। चीन के पक्ष में प्रायोजित खबरें चलाने के लिए चीनी कंपनियों के माध्यम से 38 करोड़ रुपये की फंडिंग के मामले में गिरफ्तार समाचार पोर्टल न्यूजक्लिक के संस्थापक व प्रधान संपादक प्रबीर पुरकायस्थ और एचआर प्रमुख अमित चक्रवर्ती की बड़ी साजिश सामने आई है।

पुलिस के मुताबिक, ये दोनों कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश को विवादित क्षेत्र साबित करने की साजिश रच रहे थे। पुलिस की स्पेशल सेल ने मंगलवार को गिरफ्तार पुरकायस्थ व चक्रवर्ती को बुधवार को पटियाला हाउस कोर्ट की अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश हरदीप कौर के आवास पर पेश कर 15 दिन की कस्टडी मांगी थी। कोर्ट ने सात दिन का पुलिस रिमांड स्वीकार करते हुए कहा कि इस दौरान प्रतिदिन एक घंटे आरोपितों से उनके वकील मिल सकेंगे।

चीन के पक्ष में साजिश रचने का आरोप

पुलिस ने कोर्ट को बताया कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के प्रचार विभाग के सक्रिय सदस्य नेविली राय सिंघम, उनकी स्वामित्व वाली शंघाई स्थित कंपनी स्टारस्ट्रीम के कुछ चीनी कर्मचारियों और न्यूजक्लिक के संपादक प्रबीर पुरकायस्थ के बीच कुछ मेल के आदान-प्रदान का इनपुट मिला था। मेल में वे बगैर कश्मीर के भारत का नक्शा बनाने और अरुणाचल प्रदेश को विवादित क्षेत्र के रूप में दिखाने पर चर्चा करते पाए गए। ये लोग वैश्विक और घरेलू स्तर पर चीन के पक्ष में साजिश रच रहे थे।

देश के मानचित्र में उत्तरी सीमाओं के साथ छेड़छाड़ करने का भी इनका इरादा था। इस कार्य के लिए आरोपितों ने विदेशी फंड की आड़ में 115 करोड़ रुपये से अधिक प्राप्त किए। यह भी पता चला कि न्यूजक्लिक में शेयरधारक गौतम नवलखा भारत विरोधी और गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल रहे हैं। कोरोना महामारी को रोकने के लिए भारत सरकार के किए प्रयासों को बदनाम करने के लिए एक झूठी कहानी प्रचारित की गई। पुरकायस्थ ने 2019 के आम चुनावों के दौरान चुनावी प्रक्रिया को बाधित करने के लिए एक समूह पीपुल्स एलायंस फार डेमोक्रेसी एंड सेक्युलरिज्म के साथ साजिश रची।

35 पत्रकार लिए गए थे हिरासत में

पुलिस ने बताया कि ई-मेल के विश्लेषण से पता चलता है कि सिंघम, पुरकायस्थ और चक्रवर्ती एक-दूसरे के सीधे संपर्क में थे। मालूम हो कि स्पेशल सेल ने गत मंगलवार को न्यूजक्लिक के कार्यालय व इससे जुड़े कर्मचारियों व पत्रकारों के घरों पर छापेमारी कर 35 पत्रकारों व अन्य को हिरासत में लिया था। दिनभर हुई पूछताछ के बाद सेल ने पुरकायस्थ व अमित चक्रवर्ती को गिरफ्तार कर लिया। अन्य 35 लोगों को छोड़ दिया गया, लेकिन उन्हें दोबारा पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है।

पुलिस ने दिल्ली में न्यूजक्लिक के कार्यालय को सील कर दिया था। जिन लोगों से पूछताछ की गई उनमें पत्रकार उर्मिलेश, अनिंदो चक्रवर्ती, अभिसार शर्मा, परंजय गुहा ठाकुरता के साथ-साथ इतिहासकार सोहेल हाशमी, व्यंग्यकार संजय राजौरा एवं सेंटर फार टेक्नोलाजी एंड डेवलपमेंट के डी रघुनंदन शामिल थे। प्रबीर पुरकायस्थ और अमित चक्रवर्ती को एफआईआर की कॉपी नहीं देने पर उनके अधिवक्ता ने अदालत में याचिका दायर कर प्रति दिलाने की गुहार लगाई जिस पर पुलिस आरोपितों के वकील को एफआईआर की एक प्रति देने पर सहमत हो गई।

तत्काल रिहाई की मांग

इस बीच, न्यूजक्लिक ने एक बयान में कहा कि पोर्टल एक स्वतंत्र समाचार वेबसाइट है और प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से किसी भी चीनी इकाई या प्राधिकरण के आदेश पर कोई समाचार या जानकारी प्रकाशित नहीं करता है। कार्रवाई के विरोध में प्रदर्शन पुरकायस्थ और चक्रवर्ती की गिरफ्तारी के खिलाफ बुधवार को जंतर-मंतर पर ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) ने प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन में कई पत्रकार, छात्र समेत कई लोग शामिल हुए। छात्र संगठन ने पुलिस की कार्रवाई को भारत में प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला बताया और गिरफ्तार लोगों की तत्काल रिहाई की मांग की।

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