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प्रवीण नेट्टारू हत्याकांड में NIA ने एक और आरोपी को किया गिरफ्तार, अभी भी PFI के 6 मुजरिम फरार

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने प्रवीण नेट्टारू हत्याकांड में अन्य फरार अपराधियों में से एक और अपराधी को गिरफ्तार कर लिया है। मौफील पर पांच लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। एनआईए ने इसकी गिरफ्तारी शनिवार रात बेंगलुरु में की थी।(फाइल फोटो)

By Preeti GuptaEdited By: Preeti GuptaUpdated: Sun, 05 Mar 2023 12:42 PM (IST)
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प्रवीण नेट्टारू हत्याकांड में NIA ने एक और आरोपी को किया गिरफ्तार
बेंगलुरु, आईएएनएस। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने प्रवीण नेट्टारू हत्याकांड में अन्य फरार अपराधी को गिरफ्तार कर लिया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने प्रतिबंधित पीएफाई के सद्स्यों की गिरफ्तारी के लिए पांच लाख का इनाम घोषित किया था। यह आरोपी भी पांच लाख रुपये का इनामी अपराधी था। जानकारी के मुताबिक एनआईए ने इसकी गिरफ्तारी शनिवार रात बेंगलुरु में की थी। आरोपी की पहचान तौफील के रूप में हुई है। एजेंसी ने अभी तक इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की है। प्रवीण नेट्टारू की प्रतिबंधित पीएफआई के सदस्यों ने कथित तौर पर हत्या कर दी थी।

26 जुलाई को की थी प्रवीण की हत्या

जनवरी में, NIA ने बेंगलुरु में एक विशेष NIA अदालत के समक्ष इस मामले में 20 अभियुक्तों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया। नेट्टारू की हत्या PFI के सदस्यों ने पिछले साल 26 जुलाई को कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले के बेल्लारे गाँव में की थी। उन्होंने सामज में लोगों के भीतर डर पैदा करने के मकसद और आतंकवाद फैलाने के इरादे से उनकी हत्या कर दी थी।

PFI का 2047 तक इस्लामिक शासन स्थापित करने का था लक्ष्य

जांच से पता चला कि पीएफआई ने आतंक, सांप्रदायिक घृणा और समाज में अशांति पैदा करने के अपने एजेंडे के तहत और 2047 तक इस्लामी शासन स्थापित करने के अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए 'सर्विस टीम या किलर स्क्वॉड' नामक गुप्त टीमों का गठन किया। इन सेवा दल के सदस्यों को कुछ समुदायों और समूहों से संबंधित नेताओं की पहचान करने, उन्हें सूचीबद्ध करने और उन पर निगरानी रखने के लिए हथियारों के साथ-साथ हमले का प्रशिक्षण और निगरानी तकनीकों की ट्रेनिंग भी दी गई थी।

PFI के वरिष्ठ नेताओं के निर्देशों पर की हत्या

एनआईए ने कहा है कि इन सेवा दल के सदस्यों को पीएफआई के वरिष्ठ नेताओं के निर्देश पर चिन्हित लक्ष्यों को मारने के लिए तैयार किया गया था। जिला सेवा दल के प्रमुख मुस्तफा पैचार को निर्देश दिया गया था कि वे एक विशेष समुदाय के एक प्रमुख सदस्य की पहचान करें और उसे लक्षित कर मार दें। पीएफआई के सदस्यों ने निर्देशों के अनुसार, चार व्यक्तियों की पहचान की और उनमें से प्रवीण नेट्टारू भी शामिल थे। जिसके बाद उनकी हत्या कर दी गई।

विभिन्न धाराओं के तहत दायर की चार्जशीट

प्रवीण नेट्टारू हत्याकांड में एनआईए ने आरोपी महम्मद शियाब, अब्दुल बशीर, रियाज, मुस्तफा पाइचर, मसूद के.ए, कोडाजे मोहम्मद शेरिफ, अबुबक्कर सिद्दीक, नौफल एम., इस्माइल शफी के., के. महम्मद इकबाल, शहीद एम., महम्मद शफीक जी., उमर फारूक एम.आर., अब्दुल कबीर सी.ए., मुहम्मद इब्राहिम शा, सैनुल आबिद वाई., शेख सद्दाम हुसैन, जकीर ए., एन. अब्दुल हारिस और थुफ़ैल एम.एच. आईपीसी की धारा 120बी, 153ए, 302 और 34 और यूए (पी) अधिनियम, 1967 की धारा 16, 18 और 20, शस्त्र अधिनियम की धारा 25(1)(ए) के तहत चार्जशीट किया गया था।

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अभी भी PFI के 6 मुजरिम फरार

चार्जशीट किए गए अभियुक्तों में मुस्तफा पैचर, मसूद के.ए., कोडाजे मोहम्मद शेरिफ, अबुबक्कर सिद्दीक, उमर फारूक एम.आर. और थुफैल एम.एच वर्तमान में फरार हैं और उनकी गिरफ्तारी की सूचना के लिए पुरस्कारों की घोषणा की गई है। हालांकि अभी इस पूरे मामले में आगे की जांच जारी है।

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