BJP नेता प्रवीण नेतारू हत्याकांड: मित्तूर कम्युनिटी हॉल में PFI के सदस्यों को दी थी हथियार की ट्रेनिंग, कुर्क
बीजेपी नेता प्रवीण नेतारू हत्याकांड की जांच में जुटी एनआईए की टीम ने दक्षिण कन्नड़ जिले के इदकिदु गांव में स्थित मित्तूर कम्युनिटी हॉल/फ्रीडम कम्युनिटी हॉल को कुर्क कर लिया है। इसमें पीएफआई के सदस्यों को हथियारों का इस्तेमाल करने के लिए ट्रेनिंग दी जा रही थी। (फाइल फोटो)
कर्नाटक, एएनआई। बीजेपी नेता प्रवीण नेतारू हत्याकांड की जांच में जुटी राष्ट्रीय जांच एजेंसी की टीम ने दक्षिण कन्नड़ जिले के इदकिदु गांव में स्थित मित्तूर कम्युनिटी हॉल/फ्रीडम कम्युनिटी हॉल को कुर्क कर लिया है।
मित्तूर कम्युनिटी हॉल का उपयोग कर रहे थे पीएफआई के सदस्य
एनआईए के आदेश में कहा गया है कि यह कार्रवाई इसलिए की गई है क्योंकि जांच में यह सामने आया है कि प्रवीण नेतारू हत्याकांड में देश में प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के सदस्यों को फ्रीडम कम्युनिटी हॉल में हथियारों का इस्तेमाल करने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा था, जो डराने-धमकाने के लिए अनुकूल था।
Praveen Nettaru murder case | NIA attaches Mittur community hall/Freedom community hall situated in Idkidu village of Dakshina Kannada dist after the agency during the course of the probe found that the said premise is being used to impart arms training to members of PFI: NIA pic.twitter.com/avv9LiDjT7— ANI (@ANI) February 23, 2023
हॉल में किसी भी तरह की खरीद, निर्माण पर प्रतिबंध
एनआईए ने कम्युनिटी हॉल की जगह को पूरी तरह से अपने कब्जे में ले लिया है। एनआईए के आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि इस संबंध में आदेश की एक कॉपी हॉल के मालिक, दक्षिण कन्नड़ जिला मजिस्ट्रेट, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को भेजी गई है। एनआईए द्वारा इस भूमि, भवन, इसे किराए पर लेने, इसमें कोई भी बदलाव करने, इसका उपयोग करने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने के आदेश को लागू कर दिया गया है।
क्या है प्रवीण नेतारू हत्याकांड
कर्नाटक के बेल्लारी निवासी प्रवीण नेतारू की 26 जुलाई 2022 को धारदार हथियारों से काटकर बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। प्रवीण कर्नाटक बीजेपी युवा मोर्चा के जिला सचिव थे। राजस्थान के उदयपुर में कन्हैयालाल नामक एक व्यक्ति को कट्टरपंथियों ने नुपूर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पोस्ट करने के चलते गला काटकर हत्या कर दी थी। बीते साल 29 जून को प्रवीण ने भी कन्हैयालाल के समर्थन में फेसबुक पोस्ट की थी। इसी के चलते प्रवीण की भी हत्या की गई थी।