नक्सल फंडिंग मामले में NIA का एक्शन; पंजाब-हरियाणा, यूपी और दिल्ली में छापेमारी, तीन लोगों से पूछताछ
नक्सल फंडिंग मामले में एनआईए ने चार राज्यों में छापेमारी की है। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आगरा के रहने वाले युवक और महराजगंज में एक अन्य युवक से पूछताछ की। इसके अलावा पंजाब के बठिंडा और हरियाणा के सोनीपत में भी एनआईए की टीम ने दबिश दी। यहां भी कई घंटे टीम ने पूछताछ और घर की तलाशी ली।
जागरण टीम, नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने नक्सल फंडिंग मामले की जांच को लेकर शुक्रवार उत्तर प्रदेश, पंजाब, दिल्ली व हरियाणा में छापेमारी की। उप्र के प्रयागराज और महराजगंज में दो युवकों से लंबी पूछताछ की। मोबाइल और तलाशी में मिले दस्तावेज, पत्रिकाएं आदि टीम साथ ले गई।
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लखनऊ में दर्ज केस में हुई कार्रवाई
टीम ने युवकों को लखनऊ में एनआईए कार्यालय में उपस्थित होने को कहा है। पंजाब के बठिंडा में भारतीय किसान यूनियन क्रांतिकारी की प्रदेश महासचिव सुखविंदर कौर व हरियाणा के सोनीपत में रहने वाले अधिवक्ता पंकज त्यागी के आवास पर भी छापेमारी की। बताया जाता है कि जनवरी 2023 में लखनऊ में दर्ज एक मामले को लेकर कार्रवाई की गई है।युवक से की आठ घंटे पूछताछ
एनआईए की डीएसपी रश्मि शुक्ला के नेतृत्व में छह सदस्यीय टीम सुबह प्रयागराज में आशीष लाज पहुंची। वहां पर किराये के कमरे में रहने वाले आगरा निवासी देवेंद्र आजाद को अधिकारियों ने नोटिस दिखाया। उसके रूम पार्टनर को बाहर कर दिया। कमरा बंद कर उससे आठ घंटे पूछताछ की। उसके दो लैपटॉप और मोबाइल फोन को भी चेक किया।
युवक बोला- मेरा किसी से कोई लेना देना नहीं
चैटिंग के बारे में पूछताछ की गई। कमरे में मिली एक पत्रिका में छपे उसके लेख के बारे में सवाल किए गए। उसे 15 सितंबर को एनआईए कार्यालय में उपस्थित होने को कहा गया है। दोपहर करीब 12 बजे टीम दो पत्रिकाएं, नागरिक समाज का पर्चा लेकर लखनऊ के लिए निकल गई। देवेंद्र आजाद का कहना था कि वह अध्ययन के लिए प्रयागराज आया है, उसका किसी मामले से लेना-देना नहीं है।महराजगंज के करमहिया गांव में हुई छापेमारी
इसी तरह महराजगंज जिले के करमहिया गांव में जितेंद्र गुप्ता के घर चार घंटे तक तलाशी ली। जितेंद्र से गहन पूछताछ की। जितेंद्र ने बताया कि मोबाइल, डायरी और पढ़ने वाली दो पत्रिका एनआईए की टीम अपने साथ ले गई है। 10 सितंबर को उसे एनआईए कार्यालय लखनऊ में बुलाया गया है।