NIA Raid: रोहिंग्या का घुसपैठ कराने वाले गिरोहों पर कसा शिकंजा,10 राज्यों में 55 स्थानों पर NIA के छापे; 47 गिरफ्तार
रोहिंग्या का घुसपैठ कराने वाले गिरोहों पर एनआइए ने शिकंजा कसा है। अवैध घुसपैठ कराने वाले गिरोह के नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई करते हुए एनआइए ने 10 राज्यों में कुल 55 स्थानों पर छापा मारा। छापे के दौरान बड़ी संख्या में आधारकार्ड और पैनकार्ड बरामद किये गएजिनके फर्जी होने का संदेह है। एनआइए ने असम पुलिस की जांच अपने हाथ लेते हुए छह अक्टूबर को नई एफआइआर दर्ज की थी।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। NIA ने म्यांमार से रोहिंग्या का भारत में घुसपैठ कराकर विभिन्न राज्यों में बसाने वाले चार गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 47 आरोपियों को हिरासत में लिया है। अवैध घुसपैठ कराने वाले गिरोह के नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई करते हुए एनआइए ने 10 राज्यों में कुल 55 स्थानों पर छापा मारा।
छापे के दौरान बड़ी संख्या में आधारकार्ड और पैनकार्ड बरामद किये गए, जिनके फर्जी होने का संदेह है। इसके साथ ही बड़ी मात्रा में मोबाइल फोन, सिम कार्ड और पेन ड्राइव के साथ-साथ 20 लाख रुपये की भारतीय मुद्रा, 4450 अमेरिकी डालर भी जब्त किये गए।
असम पुलिस की कार्रवाई
एनआइए के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, असम पुलिस द्वारा नौ सितंबर को रोहिंग्या के घुसपैठ कराने वाले गिरोह के खिलाफ दर्ज एफआइआर की जांच के दौरान उनके नेटवर्क के बारे में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। एनआइए ने असम पुलिस की जांच अपने हाथ लेते हुए छह अक्टूबर को नई एफआइआर दर्ज की थी।
NIA ने दर्ज की तीन FIR
इस नेटवर्क की जांच के दौरान तीन और नेटवर्क के सक्रिय होने का सबूत सामने आए और उसके आधार पर एनआइए ने तीन नई एफआइआर दर्ज की। इस तरह से रो¨हगिया का अवैध घुसपैठ कराने वाले कुल पांच गिरोह से जुड़े नेटवर्क की जांच शुरु हुई। एनआइए के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अवैध घुसपैठ कराने वाला नेटवर्क असम, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती इलाकों के साथ-साथ तमिलनाडु, कर्नाटक, राजस्थान, हरियाणा और जम्मूु-कश्मीर तक फैला हुआ था। इसके लिए गिरोह के सदस्य फर्जी आधारकार्ड और पैनकार्ड जैसे दस्तावेज तक तैयार कर लेते थे।
वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार हिरासत में लिए गए 44 आरोपियों को गुरूवार को अदालत में पेश किया जाएगा और हिरासत में लेकर पूछताछ की जाएगी।एनआइए की जांच में त्रिपुरा रोहिंग्या घुसपैठ के लिए हाटस्पाट के रूप में सामने आया है। इसीलिए यहां सबसे अधिक 21 स्थानों पर छापा मारा गया।ॉ
इन जगहों पर मारे छापे
एक बार त्रिपुरा में घुसपैठ कराने के बाद उन्हें असम, पश्चिम बंगाल होते हुए विभिन्न राज्यों में भेजा जाता था। कुछ घुसपैठियों को असम और पश्चिम बंगाल में ही बसाने की बात भी सामने आई है। त्रिपुरा के अलावा कर्नाटक में 10, असम में पांच, पश्चिम बंगाल में तीन, तमिलनाडु में दो और पुडुचेरी, तेलंगाना व हरियाणा में एक-एक स्थान पर छापा मारा गया।