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राष्ट्रीय ध्वज के अपमान मामले की जांच करने लंदन पहुंची NIA टीम, अमित शाह के निर्देश पर दर्ज की गई थी FIR

एनआइए के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार पांच सदस्यीय टीम लंदन में घटना के दौरान मौजूद उच्चायोग में तैनात कर्मचारियों और अधिकारियों का बयान दर्ज करेगी। 19 मार्च को प्रदर्शन के दौरान खालिस्तान समर्थकों ने राष्ट्रीय ध्वज को नीचे गिराकर अपमानित करने की कोशिश की थी।

By Jagran NewsEdited By: Ashisha Singh RajputUpdated: Tue, 23 May 2023 08:51 PM (IST)
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अमित शाह के निर्देश पर दर्ज की गई थी एफआइआर
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। भारतीय उच्चायोग के बाहर उग्र प्रदर्शन, भारत विरोधी नारेबाजी और राष्ट्रीय ध्वज के अपमान की कोशिश के मामले की जांच के लिए एनआइए की टीम लंदन पहुंच गई है। इस मामले में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के निर्देश के बाद दिल्ली पुलिस ने केस दर्ज किया था और बाद में उसकी जांच एनआइए को सौंप दी गई थी।

भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों का बयान करेगी दर्ज

एनआइए के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार पांच सदस्यीय टीम लंदन में घटना के दौरान मौजूद उच्चायोग में तैनात कर्मचारियों और अधिकारियों का बयान दर्ज करेगी। 19 मार्च को प्रदर्शन के दौरान खालिस्तान समर्थकों ने राष्ट्रीय ध्वज को नीचे गिराकर अपमानित करने की कोशिश की थी। लेकिन उच्चायोग में तैनात अधिकारियों ने राष्ट्रीय ध्वज को अपमानित होने से बचा लिया था।

प्रदर्शन में शामिल सभी लोगों की कर ली गई है पहचान

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस मामले में आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल करने के लिए चश्मदीद गवाहों का बयान दर्ज किया जाना जरूरी है। एनआइए सूत्रों के अनुसार प्रदर्शन में शामिल सभी लोगों की पहचान कर ली गई है। भारत विरोधी नारा लगाने वालों और राष्ट्रीय ध्वज को अपमानित करने वालों की पहचान कर उनके खालिस्तानी आतंकी संगठनों के संबंधों के सबूत भी जुटाए हैं।

उग्र प्रदर्शन के मामले में भारत में दर्ज की गई है एफआइआर

एनआइए के जुटाए सबूतों को ब्रिटेन के साथ साझा किया जाएगा और आरोपियों की पहचान की पुष्टि करने का औपचारिक अनुरोध भी किया जाएगा। जांच पूरी होने और आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किये जाने के बाद उनके भारत प्रत्यर्पण की कार्रवाई शुरू की जाएगी। यह पहला मामल है जब विदेश में भारतीय उच्चायोग या दूतावास के बाहर उग्र प्रदर्शन के मामले में भारत में एफआइआर दर्ज की गई है।

नियम के मुताबिक दूतावास या उच्चायोग संबंधित देश के क्षेत्राधिकार में आता है। ऐसे में लंदन स्थिति भारतीय उच्चायोग भारत का हिस्सा मानते हुए अमित शाह के निर्देश पर दिल्ली पुलिस एफआइआर दर्ज की थी।