'पन्नू हत्या मामले में US कोर्ट में भारतीय का नाम आना चिंताजनक', मामले की उच्च स्तरीय समिति से जांच कराएगा विदेश मंत्रालय
अमेरिका के संघीय अभियोजकों की तरफ से दायर प्रपत्र में एक भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर पन्नू की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है। साजिश में एक भारतीय अधिकारी के शामिल होने का भी गंभीर आरोप लगाया गया है। जानकारों का मानना है कि अमेरिकी न्याय विभाग की तरफ से दायर प्रपत्र में एक भारतीय अधिकारी का उल्लेख होना भारत के लिए गंभीर बात है।
By Jagran NewsEdited By: Sonu GuptaUpdated: Thu, 30 Nov 2023 09:52 PM (IST)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। खालिस्तान आतंकी गुरपरवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश के मामले में भारतीय का हाथ होने की बात को अमेरिका की ओर से न्यायालय में ले जाने से थोड़ी असहजता तो हो सकती है लेकिन द्विपक्षीय रिश्तों पर तत्काल कोई प्रत्यक्ष असर पड़ता तो नहीं दिख रहा है। एक भारतीय का नाम आने को विदेश मंत्रालय ने चिंताजनक करार दिया है।
उच्च स्तरीय समिति करेगी मामले की जांचः विदेश मंत्रालय
भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस बात पर जोर दिया है कि पूरे मामले की जांच के उच्च स्तरीय समिति करेगी। आगे भारत सरकार इस समिति की सिफारिशों के आधार पर फैसला करेगी।
मेघालय में चल रहा भारत और अमेरिका के बीच सैन्य अभ्यास
उधर, भारत और अमेरिका के सैनिकों के बीच मेघालय में सैन्य अभ्यास सामान्य तौर पर चल रहा है। एक दिन पहले ही अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने अरूणाचल प्रदेश की यात्रा की है। वह अरूणाचल प्रदेश जाने वाले पहले अमेरिकी राजदूत हैं।गणतंत्र दिवस पर भारत आ सकते हैं राष्ट्रपति बाइडन
इसके अलावा राष्ट्रपति जो बाइडन को अगले गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजकीय मेहमान बनाने के भारत के आमंत्रण को लेकर भी दोनो देशों के बीच संवाद जारी है। यह बताता है कि पन्नू हत्याकांड की साजिश के मामले में मत-भिन्नता होते हुए भी रणनीतिक रिश्तों को मजबूत बनाने की कोशिश दोनो तरफ की सरकारों से जारी है।
निखिल गुप्ता पर पन्नू की हत्या की साजिश रचने का आरोप
बुधवार को अमेरिका के संघीय अभियोजकों की तरफ से दायर प्रपत्र में एक भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर पन्नू की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है। साजिश में एक भारतीय अधिकारी के शामिल होने का भी गंभीर आरोप लगाया गया है। जानकारों का मानना है कि अमेरिकी न्याय विभाग की तरफ से दायर प्रपत्र में एक भारतीय अधिकारी का उल्लेख होना भारत के लिए गंभीर बात है।जहां तक अमेरिकी कोर्ट में एक व्यक्ति के नामित होने और उसके भारतीय अधिकारी से संबंध होने की बात है तो यह काफी चिंताजनक है। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि यह भारत सरकार की नीतियों से अलग है। हम आगे गठित समिति की रिपोर्ट के मुताबिक कदम उठाएंगे।- अरिंदम बागची, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता