नौ दशक में सिर्फ 6 संघ प्रमुख, सभी की अपनी विशेषताएं
सरसंघचालक यानी संघ प्रमुख। संघ में सबसे ऊपर हैं और दिशा-निर्देशन करते हैं। इनकी नियुक्ति मनोनयन द्वारा होती है।
सरसंघचालक यानी संघ प्रमुख। संघ में सबसे ऊपर हैं और दिशा-निर्देशन करते हैं। इनकी नियुक्ति मनोनयन द्वारा होती है। वही अपने उत्तराधिकारी की घोषणा करता हैं।
संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार "डॉक्टर जी"
(कार्यकालः 1925-1940)
विशेषताः बड़ी सभाओं में भाषण देने की बजाय छोटे-छोटे समूहों के बीच बात रखते थे। कांग्रेस के सक्रिय सदस्य रह चुके थे।
- महत्वपूर्ण घटनाः 1940 आते-आते संघ इस स्थिति में पहुंच गया था कि कोई इसे नजरअंदाज नहीं कर सकताथा।
माधव सदाशिवराव गोलवलकर "गुरुजी"
(कार्यकालः 1940-1973)
विशेषताः सबसे लंबा 33 साल का कार्यकाल। संघ को अखिल भारतीय स्वरुप प्रदान किया। संघ का संविधान भी लिखा गया।
- महत्वपूर्ण घटनाएं: देश विभाजन, गांधी जी की हत्या और संघ पर प्रथम प्रतिबंध। चीन युद्घ, पाक से 1971 का युद्घ।
मधुकर दत्तात्रय देवरस "बाला साहेब देवरस"
(कार्यकालः 1973-1993)
विशेषताः सेवा कार्य को विशेष महत्व देकर संघ कार्य को नई दिशा दी। राजनीति पर विशेष दृष्टि।
- महत्वपूर्ण घटनाएं: आपातकाल (1975-77) और संघ पर दूसरी बार प्रतिबंध। जनता पार्टी की सरकार। 1992 में राम मंदिर आंदोलन और संघ पर तीसरी बार प्रतिबंध।
प्रो. राजेंद्र सिंह "रज्जू भैया"
(कार्यकालः 1993-2000)
विशेषताः पहले ऐसे संघ प्रमुख जो अपने पूर्ववर्तियों की तरह महाराष्ट्रियन ब्राह्मण नहीं थे। रज्जू भैया यूपी के निवासी थे। पहले संघ प्रमुख जो विदेश गए।
- महत्वपूर्ण घटनाएं: पहली बार कोई भाजपा नेता प्रधानमंत्री बना। वाजपेयी के नेतृत्व में पहली बार एनडीए सरकार बनी।
कृपाहल्ली सीतारमैया सुदर्शन "सुदर्शन जी"
(कार्यकालः 2000-2009)
विशेषताः पहले दक्षिण भारतीय और दूसरे गैर महाराष्ट्रीयनसरसंघचालक। राष्ट्रीय मुस्लिम मंच का गठन।
- महत्वपूर्ण घटनाएं: शाखा पर होनेवाले प्रातःस्मरण के स्थान पर नए एकात्मता स्तोत्र एवं एकात्मता मन्त्र को उन्होंने प्रचलित कराया।
डॉ. मोहन भागवत
(कार्यकालः 2009-अब तक)
विशेषताः सबसे कम आयु के संघ प्रमुख। इनके पिता भी संघ प्रचारक रह चुके हैं, यह बात पूर्व के किसी संघ प्रमुख के साथ नहीं है।
- महत्वपूर्ण घटनाएं: संघ पर भगवा आतंकवाद का दंश लगा। पहली बार भाजपा लोकसभा चुनाव में स्पष्ट बहुमत के साथ सत्ता में काबिज हुई।