Move to Jagran APP

Nirbhay Cruise Missile: निर्भय मिसाइल से बढ़ेगी दुश्मनों की टेंशन, जल्द ही तीनों सेनाओं के पास होंगी लंबी दूरी की क्रूज मिसाइलें

भारत की तीनों सेनाओं के पास जल्द निर्भय श्रेणी की क्रूज मिसाइलें उपलब्ध होंगी जो दुश्मनों के लिए काल बनेगा। इस क्रूज मिसाइल की मारक क्षमता 1000 किलोमीटर से अधिक दूरी की होगी। ये मिसाइल भारतीय थल सेना वायु सेना और नौसेना के पास मौजूद होंगी। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि केंद्र सरकार निर्भय श्रेणी की क्रूज मिसाइलों को शामिल करने पर विचार कर रही है।

By AgencyEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Tue, 14 Nov 2023 10:48 PM (IST)
Hero Image
निर्भय श्रेणी की लंबी दूरी की क्रूज मिसाइलें तीनों रक्षा बलों के शस्त्रागार में शामिल होंगी। (फोटो- एएनआई)
एएनआई, नई दिल्ली। भारत की तीनों सेनाओं के पास जल्द निर्भय श्रेणी की क्रूज मिसाइलें उपलब्ध होंगी, जो दुश्मनों के लिए काल बनेगा। इस क्रूज मिसाइल की मारक क्षमता 1000 किलोमीटर से अधिक दूरी की होगी। ये मिसाइल भारतीय थल सेना, वायु सेना और नौसेना के पास मौजूद होंगी।

क्रूज मिसाइलों को डीआरडीओ कर रही विकसित 

बता दें कि निर्भय श्रेणी की लंबी दूरी की क्रूज मिसाइलों को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) स्वदेशी तकनीक से बना रही है। इसके शामिल हो जाने से सुरक्षा बलों के पास अधिक विकल्प मौजूद होंगे।

यह भी पढ़ेंः BSF: भारतीय क्षेत्र में तस्करी के लिए घुसा पाकिस्तानी ड्रोन, बीएसएफ ने मार गिराया; देखें वीडियो

निर्भय श्रेणी की क्रूज मिसाइलों को शामिल करने पर विचार

रक्षा मंत्रालय ने कहा कि केंद्र सरकार निर्भय श्रेणी की क्रूज मिसाइलों को शामिल करने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि ये प्रस्ताव आखिरी चरण में है और मंजूरी मिलने का इंतजार है। मंजूरी मिलने के बाद तीनों सेनाओं के पास लक्ष्य पर हमला करने के लिए सबसोनिक क्रूज मिसाइलें होंगी।

जल्द ही तीनों सेनाओं के पास होगी ये मिसाइलें

बता दें कि केंद्र सरकार ने लगभग दो साल पहले मिसाइल को अन्य दो सेवाओं की सूची में शामिल करने की मंजूरी दी थी। सुपरसोनिक ब्रह्मोस क्रूज मिसाइलों के साथ सबसोनिक निर्भय श्रेणी की क्रूज मिसाइलें सुरक्षा बलों के शस्त्रागार में एक उन्नत और घातक मिसाइल होगी। ये मिसाइल सुरक्षा बलों को अधिक विकल्प देगी।

यह भी पढ़ेंः Rajouri News: दिवाली पर LOC के पास भारत-पाक सेनाओं ने एक-दूसरे को खिलाई मिठाई, दोनों देशों के बीच संबंधों में हो सुधार