2047 के विकसित भारत का रोडमैप बनाने में जुटा नीति आयोग, बेसिक जरूरतों से आगे बढ़कर गुणवत्ता पर होगा फोकस
नीति आयोग 2047 के विकसित भारत का रोडमैप बनाने में अभी से जुट गया है। अब आधारभूत जरूरतों से आगे बढ़कर गुणवत्ता पर फोकस किया जाएगा। टेक्नोलॉजी की अहम भूमिका भी होगी। आगामी अंतरिम बजट में रोडमैप की झलक दिख सकती है।
By Jagran NewsEdited By: Achyut KumarUpdated: Tue, 24 Oct 2023 09:26 PM (IST)
राजीव कुमार, नई दिल्ली। वर्ष 2047 तक विकसित भारत के निर्माण को लेकर सरकार पूरी योजना के साथ आगे बढ़ने जा रही है। विकसित भारत के रोडमैप को तैयार करने की जिम्मेदारी नीति आयोग को दी गई है, जिस पर काम चल रहा है और राज्यों के साथ सभी स्टेकहोल्डर्स से भी गहन विचार-विमर्श किया जा रहा है।
अंतरिम बजट में मिल सकती है विकसित भारत की झलक
अगले साल फरवरी में पेश होने वाले अंतरिम बजट में विकसित भारत के रोडमैप की झलक मिल सकती है। रोडमैप के कई सुझावों पर अमल के लिए उसकी घोषणा बजट में हो सकती है। अभी भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार 3.6 ट्रिलियन डालर से अधिक का है और वर्ष 2047 तक इस आकार को 30 ट्रिलियन डॉलर तक ले जाने का रोडमैप तैयार किया जा रहा है।
बेसिक जरूरतों को किया गया पूरा
नीति आयोग का मानना है कि पिछले 9-10 सालों में बिजली, पानी आवास, गैस कनेक्शन, यातायात सुविधा, बैंक खाते जैसी बेसिक जरूरतों को कमोबेश पूरा कर दिया गया है और जल्द ही इस प्रकार की आधारभूत सुविधाएं देश भर में उपलब्ध हो जाएंगी।यह भी पढ़ें: गुजरात के कलोल में विश्व के पहले लिक्विड डीएपी प्लांट का उद्घाटन, रोजाना होगा दो लाख बोतलों का उत्पादन
भारत निम्न मध्य आय वर्ग वाला देश तो बन गया है, लेकिन चुनौती इस बात की है कि इसे विकसित कैसे बनाया जाए। आयोग के मुताबिक इस काम में राज्यों से भी सहयोग मांगा जा रहा है। सभी राज्यों को भी अपने-अपने राज्यों के लिए विजन डक्यूमेंट बनाने के लिए कहा जा रहा है।