Move to Jagran APP

पीएम मोदी के संबोधन पर कांग्रेस ने साधा निशाना, कहा- कोई नई बात नहीं कही, विपक्ष हर मिनट का हिसाब मांगेगा

कांग्रेस ने लोकसभा सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन पर सवाल उठाया। पार्टी ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास देने के लिए कुछ भी नया नहीं है। हमेशा की तरह 18वीं लोकसभा की शुरुआत से पहले भी उन्होंने बात को भटकाने का सहारा लिया। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने पीएम के संबोधन पर निशाना साधा।

By Jagran News Edited By: Ajay Kumar Updated: Mon, 24 Jun 2024 02:39 PM (IST)
Hero Image
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने पीएम के संबोधन पर दी प्रतिक्रिया। (फाइल फोटो)
पीटीआई, नई दिल्ली। कांग्रेस ने लोकसभा सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन पर सवाल उठाया। पार्टी ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास देने के लिए कुछ भी नया नहीं है। हमेशा की तरह 18वीं लोकसभा की शुरुआत से पहले भी उन्होंने बात को भटकाने का सहारा लिया। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री ने इस बात का कोई सबूत नहीं दिया है कि वे लोगों के फैसले का सही मतलब समझते हैं।

यह भी पढ़ें: अरविंद केजरीवाल की रिहाई पर अभी फैसला नहीं, सुप्रीम कोर्ट में अब इस दिन होगी सुनवाई

कुछ भी नया नहीं कहा है

जयराम रमेश ने कहा कि, "गैर-जैविक प्रधानमंत्री को लोकसभा चुनाव में व्यक्तिगत, राजनीतिक और नैतिक रूप से करारी हार का सामना करना पड़ा है। उन्होंने हमेशा की तरह संसद के बाहर अपना 'देश के नाम संदेश' दिया है। पीएम ने अपने संबोधन में कुछ भी नया नहीं कहा है। हमेशा की तरह विषयांतर ही बोला है।"

हर मिनट का हिसाब मांगेगा विपक्ष

जयराम रमेश ने एक्स पर एक पोस्ट लिखा, "उन्होंने इस बात का कोई सबूत नहीं दिया है कि वे जनता के फैसले का सही मतलब समझते हैं, जिसके कारण उन्हें वाराणसी में मामूली और संदेहपूर्ण जीत मिली। रमेश ने यह भी कहा, "उन्हें किसी भी तरह का संदेह नहीं होना चाहिए। इंडिया जनबंधन उनसे हर मिनट का हिसाब मांगेगा। वे पूरी तरह से बेनकाब हो चुके हैं।"

पीएम मोदी बोले- देश को जिम्मेदार विपक्ष की जरूरत

18वीं लोकसभा के पहले सत्र से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत को एक जिम्मेदार विपक्ष की जरूरत है। लोग नारे नहीं बल्कि सार्थकता चाहते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि लोग विपक्ष से अच्छे कदमों की उम्मीद करते हैं, लेकिन अब तक यह निराशाजनक रहा है। उम्मीद है कि विपक्ष अपनी भूमिका निभाएगा और लोकतंत्र की मर्यादा बनाए रखेगा। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ 25 जून को है। उन्होंने इसे भारत के लोकतंत्र पर एक 'काला धब्बा' बताया।

यह भी पढ़ें: 18वीं लोकसभा का पहला सत्र शुरू, पीएम मोदी के बाद राजनाथ, शाह और गडकरी ने ली सांसद पद की शपथ