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Rail Fare: क्या स्टेशन पुनर्विकास के नाम पर रेल किराये में होगी बढ़ोतरी? अश्विनी वैष्णव ने दिया यह जवाब

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को कहा कि स्टेशन को पुनर्विकसित करने की परियोजना के नाम पर किराये में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। बता दें कि रेलवे ने देश के लगभग 1300 प्रमुख स्टेशन को अमृत भारत स्टेशन के रूप में पुनर्विकसित करने की योजना बनाई। प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को 508 अमृत भारत स्टेशन की आधारशिला रखी।

By AgencyEdited By: Anurag GuptaUpdated: Mon, 07 Aug 2023 12:36 AM (IST)
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केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (फोटो: पीटीआई)
नई दिल्ली, पीटीआई। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को कहा कि स्टेशन को पुनर्विकसित करने की परियोजना के नाम पर किराये में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। रेल मंत्री ने कहा कि पुनर्विकास परियोजना के लिए आवश्यक लगभग 25,000 करोड़ रुपये वर्तमान बजट के माध्यम से आवंटित किए जाएंगे।

अश्विनी वैष्णव ने कहा,

प्रधानमंत्री मोदी आम लोगों के जीवन को ऊपर उठाने के लिए काम कर रहे हैं। स्टेशन पुनर्विकास का उद्देश्य भी यही है। हम चाहते हैं कि उन पर कोई बोझ डाले बिना विश्वस्तरीय स्टेशन हों। हमने स्टेशन पुनर्विकास के नाम पर किराया नहीं बढ़ाया है या कोई शुल्क नहीं लगाया है।

अमृत भारत स्टेशन की रखी गई आधारशिला

रेलवे ने देश के लगभग 1,300 प्रमुख स्टेशन को 'अमृत भारत स्टेशन' के रूप में पुनर्विकसित करने की योजना बनाई। प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को 508 अमृत भारत स्टेशन की आधारशिला रखी।

  • उत्तर प्रदेश और राजस्थान में लगभग 4,000 करोड़ रुपये की लागत से ऐसे 55-55 स्टेशन विकसित किए जाएंगे
  • मध्य प्रदेश में लगभग 1,000 करोड़ रुपये की लागत से 34 स्टेशन विकसित किए जाएंगे।
  • महाराष्ट्र में 1,500 करोड़ रुपये की लागत से 44 स्टेशन विकसित किए जाएंगे।

क्या कुछ बोले रेल मंत्री?

वहीं, तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल सहित कई राज्यों के रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास किया जाएगा। रेल मंत्री ने कहा,

रेलवे स्टेशन पुनर्विकास परियोजना का हिस्सा बनने के लिए लगभग 9,000 इंजीनियरों को ट्रेनिंग दे रहा है, ताकि उन्हें परियोजना की बारीकियों से अवगत कराया जा सके, जिसमें अनुबंध दस्तावेजों, वास्तुकला, डिजाइन और सुरक्षा का विश्लेषण शामिल है।

उन्होंने कहा कि इस परियोजना के लिए किसी भी राज्य के साथ कोई भेदभाव नहीं किया गया है। अगले दो वर्षों में हम कार्य में समुचित प्रगति देख सकेंगे। हम समतामूलक विकास में विश्वास रखते हैं।