No Money for Terror: अमित शाह बोले, आतंकवाद को किसी धर्म या राष्ट्रीयता से नहीं जोड़ना चाहिए
अमित शाह ने कहा कि हमें डार्क नेट पर होने वाली ऐसी गतिविधियों के पैटर्न का विश्लेषण और समझना होगा और उनका समाधान खोजना होगा। दुर्भाग्य से कुछ ऐसे देश हैं जो आतंकवाद से निपटने के हमारे सामूहिक संकल्प को कमजोर या नष्ट करना चाहते हैं।
By AgencyEdited By: Dhyanendra Singh ChauhanUpdated: Fri, 18 Nov 2022 01:32 PM (IST)
नई दिल्ली, एएनआइ। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शुक्रवार को एनआईए द्वारा आयोजित 'No Money for Terror’ सम्मेलन में शामिल हुए। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि आतंकवाद को फंडिंग आतंकी घटनाओं से कहीं अधिक खतरनाक है। इन आतंकी खतरे को किसी धर्म, राष्ट्रीयता या समूह से नहीं जोड़ा जा सकता है और न ही होना चाहिए। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि आतंकी हिंसा करने, युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और वित्तीय संसाधन जुटाने के लिए लगातार नए तरीके खोज रहे हैं। आतंकवादी कट्टरपंथी सामग्री फैलाने और अपनी पहचान छिपाने के लिए डार्कनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं। क्रिप्टोकरेंसी जैसी वर्चुअल संपत्ति का उपयोग भी बढ़ रहा है।
कुछ देश आतंकवाद से निपटने के संकल्प को कर रहे कमजोर
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि हमें डार्क नेट पर होने वाली ऐसी गतिविधियों के पैटर्न का विश्लेषण और समझना होगा और उनका समाधान खोजना होगा। दुर्भाग्य से कुछ ऐसे देश हैं जो आतंकवाद से निपटने के हमारे सामूहिक संकल्प को कमजोर या नष्ट करना चाहते हैं।
आतंकवादी को पनाह देना आतंकवाद को बढ़ावा देने के बराबर
साथ ही कहा कि अक्सर हमने देखा है कि कुछ देश आतंकवादियों को ढाल देते हैं और उन्हें शरण देते हैं। एक आतंकवादी को पनाह देना आतंकवाद को बढ़ावा देने के बराबर है। ऐसे तत्व और ऐसे देश अपने मंसूबों में कामयाब न हों, यह देखना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।यह भी पढ़ें: NIA के महानिदेशक ने 'आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस पॉलिसी' को लेकर पीएम मोदी की सराहना की
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