आपातकालीन स्थिति में भी नहीं कटेगी बिजली, 17 और शहरों में आइजलैंडिंग स्कीम लागू करने की तैयारी
बिजली मंत्रालय ने बताया है कि बड़ी कटौती के बाद कितनी जल्दी से आपूर्ति बहाल की जाती है इससे उस क्षेत्र की क्षमता का अंदाजा लगाया जाता है। यह काम आइजलैंडिंग स्कीम से हो सकता है। इसमें हर शहर का एक हिस्सा बड़ी कटौती के बावजूद अंधेरे में नहीं डूबता।
By Neel RajputEdited By: Updated: Fri, 20 Aug 2021 10:25 PM (IST)
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। सरकार ने फैसला किया है कि देश के सभी प्रमुख शहरों में बिजली के लिए आइजलैंडिंग स्कीम तैयार करने की प्रक्रिया और तेज की जाएगी। यानी किसी प्राकृतिक आपदा या किसी और वजह से जब बिजली की भारी कटौती हो तब भी शहर के भीतर आवश्यक और संवेदनशील स्थलों पर बिजली की आपूर्ति होती रहे। गुरुवार को नई दिल्ली में केंद्रीय बिजली आयोग (Central Electricity Regulatory Commission), देश की सभी पांचों क्षेत्रीय बिजली समितियों, पोसोको और पावर ग्रिड के बीच उच्चस्तरीय बैठक में यह फैसला किया गया है। अभी देश के 26 शहरों में इस तरह की स्कीम लागू की जा रही है और हाल ही में संपन्न बैठक में 17 और शहरों के लिए आइजलैंडिंग स्कीम लागू करने का फैसला किया गया है।
बैठक में दिल्ली के स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर (State Load Despatch Center, SLDC) की तरफ से तैयार आइजलैंडिंग स्कीम को सही माना गया है और दूसरे शहरों में इसके आधार पर स्कीम तैयार करने का फैसला किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य यह होगा कि अचानक से आपूर्ति में बाधा आने पर भी आवश्यक सेवाओं की आपूर्ति जारी रहे और शीघ्रता से पूरे क्षेत्र में दोबारा से आपूर्ति बहाल हो। बिजली मंत्रालय (Power Minstry) ने बताया है कि बड़ी कटौती के बाद कितनी जल्दी से आपूर्ति बहाल की जाती है इससे उस क्षेत्र की क्षमता का अंदाजा लगाया जाता है। यह काम आइजलैंडिंग स्कीम से हो सकता है। इसमें हर शहर का एक हिस्सा बड़ी कटौती के बावजूद अंधेरे में नहीं डूबता। भारत जैसे देश के सभी शहरों में इस तरह की स्कीम का होना जरूरी है।
यह भी पढ़ें : अत्याधुनिक हथियार तालिबान को मिलने पर अमेरिकी सांसदों ने जताई चिंता, रक्षा मंत्री को लिखा पत्र