डोभाल ने कहा कि देश में धार्मिक समूहों के बीच इस्लाम एक अद्वितीय और महत्वपूर्ण गौरव का स्थान रखता है। आपको बता दें कि डोभाल की यह टिप्पणी इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर में एक कार्यक्रम के दौरान आई जहां मुस्लिम वर्ल्ड लीग के महासचिव शेख डॉ. मोहम्मद बिन अब्दुलकरीम अल-इस्सा जो भारत के दौरे पर हैं सभा को संबोधित कर रहे थे।
By AgencyEdited By: Ashisha Singh RajputUpdated: Tue, 11 Jul 2023 07:54 PM (IST)
नई दिल्ली, पीटीआई। भारतीय संस्कृति, सभ्यता और विरासत बहुत समृद्ध है। इसकी तारीफ करते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने मंगलवार को कहा कि भारत एक समावेशी लोकतंत्र है और सभी नागरिकों को जगह देता है। उन्होंने कहा कि भारत उन संस्कृतियों और धर्मों का मिश्रण रहा है, जो सदियों से सद्भाव से रह रही हैं।
भारत में इस्लाम का एक अद्वितीय और महत्वपूर्ण स्थान
डोभाल ने कहा कि देश में धार्मिक समूहों के बीच इस्लाम ने एक अद्वितीय और महत्वपूर्ण गौरव का स्थान रखता है। आपको बता दें कि डोभाल की यह टिप्पणी इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर में एक कार्यक्रम के दौरान आई, जहां मुस्लिम वर्ल्ड लीग के महासचिव शेख डॉ. मोहम्मद बिन अब्दुलकरीम अल-इस्सा, जो भारत के दौरे पर हैं, ने भी सभा को संबोधित कर रहे थे।
शेख डॉ. अल-इसा पूर्व में सउदी अरब के न्याय मंत्री रहे हैं और उन्हें गिनती प्रगतिशील इस्लामिक विद्वानों में होती है। मंगलवार को उन्होंने पीएम नरेन्द्र मोदी से भी मुलाकात की। हाल में उदारवादी विचारधारा के कई इस्लामिक विद्धानों ने भारत की यात्रा की है। मई, 2023 में मिस्त्र के सबसे बड़े मस्जिद के मुफ्ती इब्राहिम अब्दल करीम आलम भारत आये थे।
आतंकवाद का कोई धर्म नहीं : डोभाल
डोभाल ने कहा कि इस्लाम में सहयोग व बातचीत का जो सिद्धांत है वह सदियों पुरानी 'वसुधैव कुटंबकम' की पुरातन हिंदू सभ्यता व परंपरा में समाहित हो चुका है। डोभाल ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि भारत में कोई भी धर्म संकट में नहीं है।
डोभाल ने अल-इसा की उदारवादी विचारधारा की काफी प्रशंसा की और कहा कि इस्लाम के बारे में उनकी गहरी जानकारी सभी के लिए अनुकरणीय है, खास तौर पर सर्व-धर्म सद्भाव की उनकी मान्यता युवाओं के लिए बहुत जरूरी है। सउदी अरब और भारत के बीच लगातार गहरे होते संबंधों के बारे में डोभाल ने कहा कि दोनो देशों के बीच बहुत ही पुरानी सांस्कृतिक व आर्थिक संबंध है।
भारत हमेशा से सभी संस्कृतियों का मिलन स्थल रहा है : डोभाल
डोभाल ने कहा,
भारत हमेशा से सभी संस्कृतियों का मिलन स्थल रहा है जहां भाषाएं, धर्म व संस्कृतियां सदियों से साथ-साथ रही हैं। एक लोकतांत्रिक देश होने के नाते भारत ने अपने सभी नागरिकों को चाहे वह किसी भी धर्म या संस्कृति के हों, उचित स्थान दिया है।
डोभाल ने आगे कहा,
भारत में मुस्लिम धर्म मानने वालों की आबादी इस्लामिक देशों के संगठन (ओआइसी) के 33 देशों में रहने वाले मुस्लिमों से ज्यादा है। भारत में इस्लाम ने अमन व शांति की जीवंत अभिव्यक्ति को बढ़ावा दिया है। हिंदु व मुस्लिम धर्मों की आध्यात्मिक विचारधारा ने लोगों को एक साथ लाने का काम किया है।''