नोबल कमेटी के नेता ने की पीएम मोदी की तारीफ, कहा-भारत ने रूस को परमाणु हथियार के इस्तेमाल से रोका
यूक्रेन में चल रहे युद्ध में परमाणु हथियारों को इस्तेमाल करने से भारत ने रूस को रोका है। भारत के प्रयासों की सराहना करते हुए नॉर्वेजियन नोबेल समिति के उप नेता असल तोजे ने कहा कि दुनिया को अंतरराष्ट्रीय राजनीति में इस तरह के और हस्तक्षेप की जरूरत है।
By Jagran NewsEdited By: Versha SinghUpdated: Fri, 17 Mar 2023 04:01 PM (IST)
नई दिल्ली, एजेंसी। यूक्रेन में चल रहे युद्ध में परमाणु हथियारों के इस्तेमाल करने से भारत ने रूस को रोका है। भारत के प्रयासों की सराहना करते हुए नॉर्वेजियन नोबेल समिति के उप नेता असल तोजे ने गुरुवार को कहा कि दुनिया को अंतरराष्ट्रीय राजनीति में इस तरह के और हस्तक्षेप की जरूरत है।
India’s intervention to remind Russia of the consequences of using Nuclear weapons was very helpful. India didn’t speak in a loud voice, didn’t threaten anybody, they just made their position known in a friendly manner. We need more of that in International politics: Asle Toje,… https://t.co/mXndgFKdhY pic.twitter.com/fa6asPVmud
— ANI (@ANI) March 16, 2023
भारत का हस्तक्षेप है मददगार
तोजे ने कहा कि परमाणु हथियारों के इस्तेमाल के परिणामों के बारे में रूस को याद दिलाने के लिए भारत का हस्तक्षेप बहुत मददगार था।
उन्होंने कहा कि भारत ने तेज आवाज में बात नहीं की, किसी को धमकी नहीं दी। उन्होंने सिर्फ दोस्ताना तरीके से अपनी स्थिति से अवगत कराया। अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हमें इसकी और अधिक जरूरत है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की
नोबेल कमेटी के लीडर ने भारत को एक विकसित देश बनाने में योगदान देने के लिए भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की। भारत को शांति की विरासत बताते हुए असल तोजे ने कहा कि भारत का महाशक्ति बनना तय है। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि युद्ध रोकने के लिए पीएम मोदी सबसे भरोसेमंद नेता हैं और वे दुनिया में जरूर शांति स्थापित कर सकते हैं।
तोजे ने कहा कि मुझे खुशी है कि मोदी न केवल भारत को आगे ले जाने के लिए काम कर रहे हैं बल्कि उन मुद्दों पर भी काम कर रहे हैं जो दुनिया में शांति के लिए महत्वपूर्ण हैं। दुनिया को भारत से सीखने की जरूरत है। यह निश्चित है कि भारत एक महाशक्ति बनेगा।
(डिस्क्लेमर: खबर को समाचार एजेंसी एएनआई के इनपुट के आधार पर प्रकाशित किया गया था, जिसमें शांति का नोबेल पुरस्कार देने का तथ्य उल्लेखित था। बाद में नोबेल पुरस्कार समिति के डेप्यूटी लीडर असल तोजे द्वारा ऐसे किसी भी बयान को गलत बताते हुए प्रचारित सूचना का खंडन किया गया। यह अपडेट आते ही इस खबर के तथ्यों एवं जानकारी को तुरंत अपडेट कर दिया गया है। जागरण पाठकों को समयबद्ध एवं सटीक खबरें देने की अपनी नीति का हमेशा पालन करता है। पाठकों को हुई असुविधा के लिए हमें खेद है।)