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Northeast Council: मोदी सरकार के 10 साल पूर्वोत्तर के लिए स्वर्ण युग रहे, शेष भारत से दूरी कम हुई- अमित शाह

Northeast Council गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि मोदी सरकार के तहत पिछले 10 साल पूर्वोत्तर के लिए स्वर्ण युग रहे हैं। इस दौरान बुनियादी ढांचे के विकास और संघर्ष के समाधान पर अभूतपूर्व ध्यान दिया गया है। उन्होंने कहा पूर्वोत्तर आज नाकेबंदी और अशांति के अपने इतिहास से हटकर शांति और विकास की ओर बढ़ रहा है।

By Jagran News Edited By: Abhinav AtreyUpdated: Fri, 19 Jan 2024 09:25 PM (IST)
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मोदी सरकार के 10 साल पूर्वोत्तर के लिए स्वर्ण युग रहे- अमित शाह (फोटो, एक्स)
पीटीआई, शिलांग। गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि मोदी सरकार के तहत पिछले 10 साल पूर्वोत्तर के लिए स्वर्ण युग रहे हैं। इस दौरान बुनियादी ढांचे के विकास और संघर्ष के समाधान पर अभूतपूर्व ध्यान दिया गया है। उन्होंने कहा, पूर्वोत्तर आज नाकेबंदी और अशांति के अपने इतिहास से हटकर शांति और विकास की ओर बढ़ रहा है।

उत्तर-पूर्वी परिषद (एनईसी) के 71वें पूर्ण अधिवेशन को संबोधित करते हुए शाह ने यह भी कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में बुनियादी ढांचे के निर्माण से न केवल पूर्वोत्तर से दिल्ली और शेष भारत की दूरी कम हो गई है, बल्कि मन का अंतर भी कम हुआ है।

आजादी के बाद सबसे अधिक विकास हुआ

उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार के तहत पिछले 10 साल पूर्वोत्तर के लिए सबसे महत्वपूर्ण दशक रहे हैं, क्योंकि इस दौरान आजादी के बाद यहां सबसे अधिक विकास हुआ है। पूर्वोत्तर किसी समय जातीय, भाषाई, सीमावर्ती और चरमपंथी समूहों के कारण होने वाली विभिन्न समस्याओं से जूझ रहा था। इन 10 वर्षों में शांति के एक नए और टिकाऊ युग की शुरुआत भी हुई है।

पूर्वोत्तर में हिंसक घटनाओं में 73 प्रतिशत की कमी आई

गृह मंत्री ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में एक्ट ईस्ट नीति के तहत एनईसी की भूमिका और दायरा बढ़ा। शांति और समृद्धि जब साथ होती है, तभी विकास होता है और इसके लिए मोदी सरकार ने अनेक शांति समझौते किए हैं। मोदी सरकार के कार्यकाल में पूर्वोत्तर में हिंसक घटनाओं में 73 प्रतिशत की कमी आई है। पिछले कुछ वर्षों मे मोदी सरकार ने इस क्षेत्र में कानून-व्यवस्था, उग्रवाद और सीमाओं की समस्याओं के समाधान में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है।

पूर्वोत्तर को गति देने का काम किया जा रहा है- शाह

शाह ने कहा कि हमने हमेशा पूर्वोत्तर को भारत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना है। अटल जी के समय पूर्वोत्तर के लिए एक अलग मंत्रालय बनाया गया। आज प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में एक्ट ईस्ट, एक्ट फास्ट और एक्ट फ‌र्स्ट के तीन मंत्रों के साथ भारत सरकार के सभी मंत्रालयों में पूर्वोत्तर को प्राथमिकता देकर इसे गति देने का काम किया जा रहा है।

50 सालों में 12 हजार किमी सड़कों का निर्माण

गृह मंत्री ने कहा कि एनईसी ने अपनी स्थापना के 50 साल में पूर्वोत्तर के सभी राज्यों को नीति विषयक मंच देकर इस क्षेत्र के विकास की गति को बढ़ाने और उनकी समस्याओं के समाधान को सरल बनाने का काम किया है। इन 50 वर्षों में इस क्षेत्र में लगभग 12 हजार किलोमीटर से अधिक लंबी सड़कों का निर्माण हुआ और 700 मेगावाट के बिजली संयंत्रों की स्थापना भी हुई।

शाह ने असम राइफल्स के 'बहादुरों' को श्रद्धांजलि दी

आईएएनएस के अनुसार, गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को शिलांग में असम राइफल्स के महानिदेशालय का दौरा किया और अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले 'बहादुर जवानों' को श्रद्धांजलि अर्पित की। एक्स पर एक पोस्ट में गृह मंत्री ने कहा, हमारे राष्ट्र की सुरक्षा के लिए असम राइफल्स के बहादुरों द्वारा किए गए बलिदान अद्वितीय हैं।

असम राइफल्स के मुख्यालय महानिदेशालय में युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की और कर्तव्य का पालन करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले बलिदानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

अमित शाह ने किया असम के महाभैरव मंदिर का दौरा

गृह मंत्री ने शुक्रवार को यहां ऐतिहासिक महाभैरव मंदिर का दौरा किया और पूजा-अर्चना की। इसके अलावा मंदिर परिसर में स्वच्छता अभियान में भाग लिया। शाह शाम को शिलांग से यहां पहुंचे और उनका 'गायन और बायन' (ड्रम और झांझ के साथ धार्मिक नृत्य) के साथ पारंपरिक स्वागत किया गया। गृह मंत्री ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के साथ मंदिर में पूजा-अर्चना की और बाद में सफाई अभियान के लिए प्रांगण में आए।

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