शहीद लेफ्टिनेंट कर्नल निरंजन को कर्नाटक के सीएम ने दी श्रद्धांजलि
पठानकोट आतंकी हमले में वीरगति को प्राप्त हुए लेफ्टिनेंट कर्नल निरंजन का शव आज बेंगलुरू में उनके घर पहुंच गया। वहां पर उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लग गया। इसके अलावा एयरफोर्स बेस पर हुए धमाके में घायल जवान की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है।
By Kamal VermaEdited By: Updated: Mon, 04 Jan 2016 10:35 AM (IST)
अशोक नीर, पठानकोट। एयरबेस में हमला करने वाले जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों के खिलाफ ज्वाइंट ऑपरेशन के दौरान रविवार को हुए आईईडी विस्फोट में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के लेफ्टिनेंट कर्नल निरंजन पी कुमार शहीद हो गए। उनका शव आज सुबह विशेष विमान से बेंगलुरू ले जाया गया।
शव के घर पहुंचने के बाद वहां उन्हें श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लग गया। उन्हें श्रद्धांजलि देने वालों में राज्य के सीएम सिद्धारमैया समेत कई अन्य लोग भी हैं। इस अवसर पर सीएम ने निरंजन के परिजनों को मुआवजा देने की बात भी कही। निरंजन को श्रद्धांजलि देने के लिए काफी संख्या में स्कूली बच्चे भी वहां मौजूद हैं। इसके अलावा विस्फोट में एनएसजी का एक कमांडो घायल हो गया जिसकी हालत गंभीर बनी हुई है। उसे आर्मी अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। सुरक्षा बलों व आतंकियों में 41 घंटे से लगातार मुठभेड़ जारी है। बताया जा रहा है कि एयरबेस स्टेशन की पानी की टंकी के साथ स्थित रिहायशी कालोनी के बीचों-बीच दो आतंकी छिपे हैं। मुठभेड़ में अब तक सात जवान शहीद हुए हैं। इनमें एनएसजी के एक लेफ्टिनेंट कर्नल, एक गरुड़ कमांडो व पांच डिफेंस सिक्योरिटी कॉर्प (डीएससी) के जवान शामिल हैं। बीस जवान घायल हुए हैं जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। इन सभी घायल जवानों को आर्मी अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। घायलों में एनएसजी के जवानों की संख्या अधिक है।
रविवार लगभग दो बजे सुरक्षा बलों द्वारा एक आतंकी के मारे जाने की खबर थी, लेकिन एयरफोर्स के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि करने से इंकार कर दिया। एयरबेस पठानकोट के एयर आफिसर कमांडिंग डीएस धमून ने रविवार सायं बताया कि अभी तक चार आतंकी ही मारे गए हैं और मुठभेड़ लगातार जारी है। मुठभेड़ शनिवार तड़के करीब तीन बजे शुरू हुई थी। सुरक्षा बलों ने शनिवार को 4 आतंकवादियों को ढेर किया था। हालांकि शनिवार को पांच आतंकियों के मारे जाने की खबर थी, लेकिन किसी अधिकारी ने इसकी पुष्टि नहीं की थी। छिपे हुए दो आतंकियों को ढूंढने के लिए विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के कमांडो एयरबेस परिसर के चप्पे-चप्पे को खंगाल रहे हैं। इसके लिए सुरक्षा बल सेना की बख्तरबंद गाडिय़ों का भी सहयोग ले रहे हैं। एयरबेस स्टेशन के बैक साइड की तरफ जहां से आतंकी भीतर घुसे थे वहां पर रविवार सुबह से देर सायं तक गोलाबारी होती रही। बीच-बीच में हैंडग्रेनेड से पूरा क्षेत्र कई बार दहल गया। रविवार देर रात तक हेलीकॉप्टर की सर्च लाइट से आतंकियों को ढूंढने के प्रयास जारी थे।
कमांडिंग आफिसर डीएस धमून के अनुसार आतंकवादी एयरबेस स्टेशन के रिहायशी स्थलों की आड़ में छिपे हुए हैं। एक बिल्डिंग से दूसरी बिल्डिंग में जाकर खिड़कियों में खड़ा होकर सुरक्षा बलों पर अटैक कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि डीएससी के जवान एयरबेस की मेस में सुबह ही काम करना शुरू कर देते हैं। रविवार को वह नाश्ते का प्रबंध कर रहे थे तभी आतंकवादियों ने घुसकर उनपर फायङ्क्षरग शुरू कर दी। फायर करने के बाद वह वहां से भाग खड़े हुए। इतने में डीएससी का एक जवान जगदीश कुमार उनके साथ भिड़ गया। इस जवान ने अपनी राइफल से एक आतंकी को मार गिराया। दोपहर करीब 12 बजे एक एसयूवी गाड़ी (एचपी-65-6556) एयरबेस से बड़ी तेजी से आर्मी अस्पताल की तरफ बढ़ गई। इसमें आतंकवादियों का मुकाबला करते हुए घायल हुआ एनएसजी का कमांडो था।मैं किसी प्रश्न का उत्तर नहीं दूंगा एयरफोर्स कमांडेंट धमून से जब पूछा गया कि आतंकियों की संख्या कितनी है तो उन्होंने कहा कि वह सिर्फ ब्रीफिंग करने के लिए आए हैं, किसी प्रश्न का उत्तर नहीं देंगे। उन्होंने बताया कि एक जनवरी को जानकारी मिली थी कि एयरबेस स्टेशन में कुछ आतंकी घुसपैठ कर चुके हैं। इन आतंकियों को ढूंढने के लिए एनएसजी, सेना के जवान व पंजाब पुलिस सर्च अभियान छेड़ी हुए थी। इस दौरान सुरक्षा बलों की एक टुकड़ी ने उन्हें ढूंढ लिया, लेकिन तभी आतंकियों ने हमला कर दिया।शव को हाथ लगाते ही हुआ ब्लास्ट एनएसजी के लेफ्टिनेंट कर्नल निरंजन पी कुमार सहित कमांडो की एक टुकड़ी ने रविवार सुबह आतंकियों के शवों को ढूंढने का सर्च अभियान शुरू किया। निरंजन ने एक आतंकी के शव को जैसे ही हिलाया जोरदार धमाका हो गया। धमाके से आतंकी के शव के चिथड़े उड़ गए। निरंजन भी गंभीर रूप से घायल हो गए। अस्पताल में उनकी मौत हो गई। माना जा रहा है कि आतंकी ने मरने से पहले कुछ हैंडग्रेनेड की पिन को ढीली कर अपने शरीर में छिपाया हुआ था।शवों के पास गोला बारूद व हैंडग्र्रेनेड मारे गए आतंकियों के शवों के नजदीक भारी मात्रा में गोला बारूद व हैंडग्रेनेड पड़ा हुआ है। शवों को अभी तक छेड़ा नहीं गया है। एनएसजी के लेफ्टिनेंट कमांडर की शहादत के बाद कुछ समय के लिये शवों को उठाने का काम रोक दिया गया है।शहीद हुए जवान शहीद हुए जवानों में लेफ्टिनेंट कर्नल निरंजन पी कुमार, कैप्टन फतेह सिंह, कांस्टेबल गुलवंत सिंह, कांस्टेबल जगदीश सिंह, कांस्टेबल संजीव कुमार, कांस्टेबल गुरसेवक सिंह व कमांडो करतार सिंह शामिल हैं।एनआईए की टीम पहुंची नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) की एक टीम एयरबेस स्टेशन पर रविवार सुबह पहुंची। टीम के सदस्यों ने एयरबेस स्टेशन के कई स्थानों का दौरा किया। संभावना है कि एनआईए टीम ने आतंकी किस रास्ते एयरबेस में दाखिल हुए उन स्थलों को खंगाला है।जैश-ए-मोहम्मद ने बदली रणनीति आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने दीनानगर हमले के बाद अपनी रणनीति बदली है। पहले वह तीन से पांच आतंकियों की टुकड़ी भेजता था, लेकिन पठानकोट एयरबेस में हमला करने के लिए एक ही टुकड़ी में छह से आठ आतंकियों को भेजा हुआ है। इनमें से चार आतंकी मारे गए हैं। दो आतंकियों से मुठभेड़ चल रही है। आशंका है कि इन आतंकियों के अलावा दो और आतंकी एयरबेस स्टेशन के बड़े परिसर में कहीं छिपे हो सकते हैं। एयरबेस पर रविवार को विस्फोटक डिफ्यूज करते हुए एनएसजी के एक अधिकारी की मौत हो गई। धमाके में एनएसजी के तीन कमांडो घयाल हो गए। रुक रुक कर एयरबेस परिसर में फायरिंग के चलते तलाशी अभियान के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। सेना की पांच कंपनियां कॉम्बिंग ऑपरेशन में जुटी हैं। इसके अलावा हेलीकॉप्टर की भी मदद ली जा रही है। कॉम्बिंग ऑपरेशन के दौरान आइडी धमाके में एनएसजी के लेफ्टिनेंट कर्नल निरंजन शहीद हो गए । जबकि तीन कमांडो जख्मी हैं। तलाशी अभियान में भारतीय वायु सेना की मदद ली जा रही है। इस बीच आतंकी हमले की जांच के लिए एनआईए टीम एयरबेस परिसर पहुंच चुकी है। इस बीच नेशनल सिक्योरिटी गार्ड के पठानकोट पहुंच गए हैं। इससे पहले पंजाब पुलिस के डीजीपी हालात का जायजा लेने पठानकोट एयरबेस पहुंचे थे।ताजा घटनाक्रम 1. गृह सचिव मीडिया के सामने आकर कहा कि ऑपरेशन अभी चल रहा है, जल्द खत्म होगा 2. गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अगल इनपुट ना होता तो ये हमला और बड़ा होता 3. डिप्टी सीएम सुखबीर बादल ने कहा पंजाब के सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा बढ़ाने की जरुरत 4. रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने पीएम को पठानकोट एयरबेस में चल रहे घटनाक्रम की ताजा जानकारी दी। 5. पठानकोट एयरबेस पर हमले के विरोध में स्थानीय लोगों ने पाक पीएम नवाज शरीफ के खिलाफ नारेबाजी की और उनका पुतला फूंका 6. पठानकोट एयरबेस में आइडी धमाके में एनएसजी के एक लेफ्टिनेंट कर्नल निरंजन ई कुमार शहीद हो गए । जबकि तीन कमांडो जख्मी हैं। घायल कमांडो को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने लेफ्टिनेंट कर्नल की कुर्बानी पर दुख जताया। 7. तलाशी अभियान के दौरान रुक रुक कर फायरिंग हो रही है। बताया जा रहा है कि एयरबेस परिसर में कुछ आतंकी अभी भी मौजूद हो सकते हैं। हेलीकॉप्टर के जरिए पूरे ऑपरेशन पर निगाह रखी जा रही है। 8. फिदायीन हमले में सुरक्षा बलों ने सभी 6 आतंकियों को ढेर कर दिया। 9.बीएसएफ की तैनाती पंजाब के इलाके में कम 10. पठानकोट के सीमाई इलकों की मैपिंग करने के आदेश
11.पठानकोट में स्वात टीम तैनात करेंगे 12. 36 घंटे से अधिक समय तक मुठभेड़ जारी रहा।पठानकोट हमले के आतंकियों के पास थी सभी रास्तों की जानकारीक्यों संवेदनशील है पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन पठानकोट एयरबेस पाकिस्तान सीमा से लगभग 30 किलोमीटर दूर स्थित है। आतंकी इस एयरबेस को इसलिए निशाना बनाना चाहते हैं क्योंकि यहां पर मिग-21 और मिग-29 विमान और मिसाइलें रखी हुई हैं। साल 1965 और 1971 की जंग में पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन की अहम भूमिका रही है। यहां मिग-21 से लेकर कई तरह के लड़ाकू विमान मौजूद हैं। एयरफोर्स के करीब 18 विंग यहीं पर हैं। एयरफोर्स अफसरों की फैमिली भी बेस के अंदर रहती है।जैश ए मोहम्मद पर शक पठानकोट एयरबेस हमले के पीछे आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद का हाथ होने की आशंका है। गृह मंत्रालय के मुताबिक जिस तरीक़े से हमला हुआ, उससे लगता है कि जैश ने ही इस हमले को अंजाम दिया है। हालांकि अभी तक किसी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है और ना ही इस बारे में कोई पुख्ता सुबूत मिले हैं। पंजाब बार्डर को संवेदनशील क्षेत्र घोषित करेंः बादल
डिप्टी सीएम सुखबीर बादल ने कहा कि पठानकोट में सेकेंड लाइन डिफेंस सिक्योरिटी लगाई जाएगी। केंद्र सरकार पंजाब सेक्टर में जम्मू व कश्मीर की तरह बीएसएफ को तैनात करें। पंजाब बार्डर को संवेदनशील क्षेत्र घोषित करें। डिप्टी सीएम ने कहा कि एयरबेस के अंदर फिलहाल आपरेशन जारी है। एसपी सलविंदर सिंह का तबादला कर दिया गया है।
11.पठानकोट में स्वात टीम तैनात करेंगे 12. 36 घंटे से अधिक समय तक मुठभेड़ जारी रहा।पठानकोट हमले के आतंकियों के पास थी सभी रास्तों की जानकारीक्यों संवेदनशील है पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन पठानकोट एयरबेस पाकिस्तान सीमा से लगभग 30 किलोमीटर दूर स्थित है। आतंकी इस एयरबेस को इसलिए निशाना बनाना चाहते हैं क्योंकि यहां पर मिग-21 और मिग-29 विमान और मिसाइलें रखी हुई हैं। साल 1965 और 1971 की जंग में पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन की अहम भूमिका रही है। यहां मिग-21 से लेकर कई तरह के लड़ाकू विमान मौजूद हैं। एयरफोर्स के करीब 18 विंग यहीं पर हैं। एयरफोर्स अफसरों की फैमिली भी बेस के अंदर रहती है।जैश ए मोहम्मद पर शक पठानकोट एयरबेस हमले के पीछे आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद का हाथ होने की आशंका है। गृह मंत्रालय के मुताबिक जिस तरीक़े से हमला हुआ, उससे लगता है कि जैश ने ही इस हमले को अंजाम दिया है। हालांकि अभी तक किसी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है और ना ही इस बारे में कोई पुख्ता सुबूत मिले हैं। पंजाब बार्डर को संवेदनशील क्षेत्र घोषित करेंः बादल
डिप्टी सीएम सुखबीर बादल ने कहा कि पठानकोट में सेकेंड लाइन डिफेंस सिक्योरिटी लगाई जाएगी। केंद्र सरकार पंजाब सेक्टर में जम्मू व कश्मीर की तरह बीएसएफ को तैनात करें। पंजाब बार्डर को संवेदनशील क्षेत्र घोषित करें। डिप्टी सीएम ने कहा कि एयरबेस के अंदर फिलहाल आपरेशन जारी है। एसपी सलविंदर सिंह का तबादला कर दिया गया है।