सतर्कता डोज लगवाने वालों की संख्या बढ़ी, राज्यों में टीके उपलब्ध; दिल्ली सरकार ने केंद्र से की टीकों मांग
उप्र के टीकाकरण अधिकारी डा. मनोज कुमार शुक्ला के मुताबिक राज्य भर में अभी करीब ढाई लाख वैक्सीन डोज उपलब्ध हैं। ऐसे में केंद्र सरकार से अतिरिक्त वैक्सीन की मांग के लिए पत्र भेजा जा चुका है। वहीं बिहार में कोविशील्ड कोवैक्सीन के साथ कारबेवैक्स की पर्याप्त डोज उपलब्ध है।
By Jagran NewsEdited By: Ashisha Singh RajputUpdated: Mon, 26 Dec 2022 10:21 PM (IST)
नई दिल्ली, जागरण टीम। कोरोना के नए वैरिएंट बीएफ-7 की दस्तक के साथ कई राज्यों में सतर्कता (प्रीकाशन) डोज लगवाने वालों की संख्या बढ़ गई है। कई राज्य सतर्कता डोज की उपलब्धता की बात कह रहे हैं। हालांकि दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग के स्टाक में सोमवार सुबह तक कोरोना के टीके की 170 डोज उपलब्ध थीं। इसमें 120 डोज कोविशील्ड व 50 कोवैक्सीन की थीं, जिनमें से 70 डोज का इस्तेमाल हो चुका है। 100 डोज स्टाक में हैं।
दिल्ली सरकार ने केंद्र से की मांग
लिहाजा दिल्ली के सरकारी स्टाक में टीका खत्म हो चुका है। दिल्ली सरकार ने टीके की 20 हजार डोज केंद्र सरकार से मांगी है। उप्र के टीकाकरण अधिकारी डा. मनोज कुमार शुक्ला के मुताबिक राज्य भर में अभी करीब ढाई लाख वैक्सीन डोज उपलब्ध हैं। ऐसे में केंद्र सरकार से अतिरिक्त वैक्सीन की मांग के लिए पत्र भेजा जा चुका है। वहीं, बिहार में कोविशील्ड, कोवैक्सीन के साथ कारबेवैक्स की पर्याप्त डोज उपलब्ध है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार अभी 4.56 लाख डोज उपलब्ध है।
राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह की मानें तो राज्य में वैक्सीन की कमी नहीं है, इसलिए केंद्र से अभी कोई मांग नहीं की गई है। आवश्यकता पड़ने पर अभी 24 घंटे के भीतर केंद्र से वैक्सीन मिल जाने की स्थिति है। छत्तीसगढ़ के राज्य कोरोना नियंत्रण अभियान के नोडल अधिकारी डाक्टर सुभाष मिश्रा ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में कुल 2.91 लाख टीके हैं। इसमें से 2.89 लाख कोविशील्ड और 2560 कोवैक्सीन उपलब्ध है। हिमाचल प्रदेश में कोविशील्ड की केवल एक हजार वैक्सीन बची है। कार्बेवैक्स अक्टूबर में समाप्त हो गई है। कोवैक्सीन का कोटा उपलब्ध है। राज्य ने केंद्र से कोविशील्ड वैक्सीन की दस हजार डोज की मांग की है।
पंजाब में 19 लाख को लगी सतर्कता डोज
पंजाब में 20 दिसंबर से पहले जहां रोजाना 500 लोगों को सतर्कता लगाई जा रही थी, लेकिन अब करीब दो हजार को प्रतिदिन सतर्कता डोज लगाई जा रही है। फिलहाल जिलों में मांग के अनुसार वैक्सीन उपलब्ध है। स्वास्थ्य विभाग ने केंद्र सरकार से कोविशील्ड के 50,000 और कोवैक्सीन के 20,000 डोज मांगे हैं।
मध्य प्रदेश में कोवैक्सीन के एक लाख 40 हजार डोज उपलब्ध
मध्य प्रदेश में कोवैक्सीन के एक लाख 40 हजार डोज उपलब्ध हैं। कोविशील्ड पिछले एक माह से नहीं है। कार्बेवैक्स का स्टाक भी खत्म हो चुका है। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डा. प्रभुराम चौधरी ने केंद्र से कोविशील्ड के पांच लाख डोज मांगे हैं।झारखंड में 13 लाख कोवैक्सीन की डोज
झारखंड में लगभग 13 लाख डोज कोवैक्सीन हैं, जो लगाई जा रही है। वहीं कोविशील्ड तथा कार्बोवैक्स की अनुपलब्धता लगभग 15 दिनों से बनी हुई है। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने 23 दिसंबर को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया के साथ हुई वीडियो कांफ्रें¨सग में कोविशील्ड व कार्बोवैक्स पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराने की मांग की है।
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