ट्रेन हादसों का डरावना REPORT CARD; ममता-नीतीश-लालू? आखिर किस रेल मंत्री के रहते हुईं सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं
भारतीय जनता पार्टी ने भारत के पूर्व रेलमंत्रियों-नीतीश कुमार ममता बनर्जी और लालू प्रसाद यादव के कार्यकाल की रेल दुर्घटनाओं का आंकड़ों सहित रिपोर्ट कार्ड जारी किया है। इसके अलावा आइए जानते हैं कि साल 1995-96 से लेकर 2022-23 तक कितने रेल हादसे हुए।
विपक्षी नेताओं ने रेल मंत्री से इस्तीफा देने की मांग की
ममता बनर्जी
नीतीश कुमार
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में रेल मंत्री बनाया गया था। उनके कार्यकाल के दौरान साल 1999 में गैसल में एक बड़ा ट्रेन हादसा हुआ। इस हादसे में 285 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे की जिम्मेदारी लेते हुए उन्होंने इस्तीफा दिया था।लालू प्रसाद यादव
लालू प्रसाद यादव को यूपीए सरकार में साल 2004 में रेल मंत्री बनाया गया। उनके कार्यकाल के दौरान 51 रेल हादसे हुए, जिनमें 1159 लोगों की जान गई। वहीं उनके कार्यकाल में 550 बार ट्रेन डिरेल हुई थीं।साल 1995-96 से लेकर 2022-23 तक हुए रेल हादसों की लिस्टभाजपा ने विपक्ष पर साधा निशाना
इस रेल हादसे पर भाजपा ने केंद्र सरकार का बचाव करते हुए लिखा,पिछले सरकारों और वर्तमान सरकार में काफी अंतर है। जब ममता बनर्जी जैसी नेता रेल मंत्री थीं तो रेल हादसे के बाद वो सिर्फ फोटो खिंचवाने के लिए घटना स्थल पर जाती थी, लेकिन वर्तमान रेल मंत्री लगातार 30 घंटों तक घटना स्थल पर मौजूद रहे।"
साथ ही पार्टी ने दावा किया कि ब्राड गेज रूट से सभी मानवरहित क्रासिंग खत्म कर दी गई हैं। ट्रेनों को भिड़ंत से बचाने के लिए रेलवे रूटों पर तेजी से कवच सिस्टम लगाया जा रहा है। देशभर में रोड अंडर ब्रिज और रोड ओवर ब्रिज बनाने का काम तेजी से चल रहा है। पुराने कोचों को सुरक्षित एलएचबी कोचों से बदला जा रहा है।पार्टी ने आगे कहा,पिछले कुछ वर्षों में रेल ट्रैक के नवीनीकरण और मरम्मत पर रिकॉर्ड काम हुआ है। वर्ष 2022-23 में ही 5227 किलोमीटर ट्रैक पर काम हुआ। बीते दस वर्षों में कुल 37159 किलोमीटर ट्रैक का नवीनीकरण किया गया है। यह प्रतिवर्ष 3716 किलोमीटर का औसत है। इसकी तुलना में वर्ष 2013-14 में मात्र 2885 किलोमीटर ट्रैक का ही नवीनीकरण हुआ था।"