ओम बिरला ने ब्रिक्स संसदीय मंच की बैठक में इन देशों का किया स्वागत, सुरक्षा परिषद और WTO में सुधारों की वकालत की
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गुरुवार को कहा कि प्रमुख विकासशील देशों का संगठन ‘ब्रिक्स’ वैश्विक शासन व्यवस्था को और अधिक लोकतांत्रिक बनाने तथा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद एवं विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठनों में सुधार के लिए प्रतिबद्ध है। बिरला ने ब्रिक्स संसदीय मंच में चार नए सदस्यों मिस्त्र इथियोपिया ईरान सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात का स्वागत किया।
पीटीआई, नई दिल्ली। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) जैसी वैश्विक संरचनाओं के व्यापक लोकतंत्रीकरण की जोरदार वकालत की। रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में 10वें ब्रिक्स संसदीय फोरम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत उभरते बाजारों और विकासशील देशों को एकजुट करने के लिए प्रतिबद्ध है।
ब्रिक्स देशों के प्रतिनिधि होंगे शामिल
साथ ही आपसी सम्मान, समझ, समानता, एकजुटता, समावेशिता और सर्वसम्मति के सिद्धांतों के प्रति अपने समर्पण की पुष्टि की। वे ब्रिक्स संसदीय आयाम: अंतर-संसदीय सहयोग को मजबूत करने की संभावनाएं विषय पर पहले पूर्ण सत्र को संबोधित कर रहे थे। बिरला ने ब्रिक्स संसदीय मंच में चार नए सदस्यों मिस्त्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात का भी स्वागत किया।
उन्होंने ब्रिक्स सदस्यों और अन्य बहुपक्षीय मंचों के बीच सहयोग बढ़ाने के महत्व पर जोर दिया और वसुधैव कुटुंबकम के भारतीय दर्शन का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि सांसद विकास और सतत विकास के एजेंडे को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और इस बात पर जोर दिया कि ब्रिक्स संसदीय फोरम इस संदर्भ में महत्वपूर्ण था। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय संसदीय संघ की अध्यक्ष तुलिया एकसन से भी मुलाकात की।