PM मोदी आज एडवांटेज हेल्थकेयर इंडिया 2023 का करेंगे उद्घाटन, 70 देशों के 500 प्रतिनिधि होंगे शामिल
इस कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण तथा रसायन और उर्वरक मंत्री डा. मनसुख मांडविया सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग और वरिष्ठ राष्ट्रीय तथा राज्य के उच्च स्तरीय नेतृत्व के साथ त्रिपुरा के मुख्यमंत्री डा. माणिक साहा भी शामिल होंगे।
By Jagran NewsEdited By: Narender SanwariyaUpdated: Wed, 26 Apr 2023 06:00 AM (IST)
नई दिल्ली, एजेंसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राष्ट्रीय राजधानी के प्रगति मैदान में बुधवार को वीडियो संदेश के माध्यम से एडवांटेज हेल्थकेयर इंडिया-2023 (एएचसीआइ) वन अर्थ वन हेल्थ के छठे संस्करण का उद्घाटन करेंगे। इस दो दिवसीय कार्यक्रम में 10 देशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के अलावा 70 से अधिक देशों के लगभग 500 प्रतिनिधियों के भाग लेने की उम्मीद है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य वैश्विक भागीदारी और मूल्य आधारित स्वास्थ्य सेवाओं के माध्यम से सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज को हासिल करने की दिशा में काम करना है।
यह कार्यक्रम स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा आयोजित किया जा रहा है। इसमें केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण तथा रसायन और उर्वरक मंत्री डा. मनसुख मांडविया, सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग और वरिष्ठ राष्ट्रीय तथा राज्य के उच्च स्तरीय नेतृत्व के साथ त्रिपुरा के मुख्यमंत्री डा. माणिक साहा भी शामिल होंगे।इस कार्यक्रम में 10 देशों के स्वास्थ्य मंत्री भी मौजूद रहेंगे। भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) की साझेदारी में केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने भारत की जी20 अध्यक्षता के साथ वन अर्थ वन हेल्थ, एडवांटेज हेल्थकेयर इंडिया 2023 के 6वें संस्करण की सह-ब्रांडिंग की है।
बता दें कि सिलवासा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि दशकों तक विकास को वोट बैंक के तराजू पर ही तौला गया। उस दौरान जहां परियोजनाओं में देरी होती थी, वहीं उनकी सरकार ने एक नई कार्य संस्कृति की शुरुआत की है। अब जिस कार्य की नींव रखी जाती है, उसे तेजी से पूरा करने का भी भरसक प्रयास किया जाता है। एक काम पूरा करते ही हम दूसरा काम शुरू कर देते हैं।
उन्होंने मंगलवार को सिलवासा में नमो चिकित्सा शिक्षा एवं शोध संस्थान का लोकार्पण किया। इस दौरान पीएम ने केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव में 4,800 करोड़ रुपये से अधिक की 96 परियोजनाओं का उद्घाटन या शिलान्यास किया। पीएम ने एक जनसभा में अपने संबोधन में कहा कि देश का यह भी दुर्भाग्य रहा है कि अनेक दशकों तक विकास को राजनीति के वोटबैंक के तराजू पर ही मापा गया।
उन्होंने कहा कि पहले परियोजनाओं की घोषणाएं होती थीं, लेकिन इसके केंद्र में कहां से कितना वोट मिलेगा और किस वर्ग को खुश करने से वोट मिलेगा, यह हुआ करता था। जिनकी पहुंच नहीं थी, जिनकी आवाज कमजोर थी, वो अभाव में रहे और विकास यात्रा में पीछे छूटते गए। यही कारण है कि हमारे आदिवासी और सीमावर्ती क्षेत्र विकास से वंचित रह गए। उन्होंने दावा किया कि मौजूदा केंद्र सरकार सबका साथ-सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र पर चल रही है।
उन्होंने कहा कि हमारा फोकस इस बात पर है कि देश के हर क्षेत्र का संतुलित विकास हो। पीएम ने कहा कि छात्र अब अपनी स्थानीय भाषाओं में चिकित्सा और इंजीनियरिंग जैसे पाठ्यक्रमों की पढ़ाई कर सकते हैं। मोदी ने कहा कि हमारा ध्यान संतुष्टिकरण पर है, न कि तुष्टीकरण पर। जो पीछे रह गए हैं, उन्हें प्राथमिकता दी जा रही है और विकास को दलितों के दरवाजे तक ले जाने का प्रयास किया जा रहा है। जब सरकार खुद ऐसे कदम उठाती है तो भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद स्वत: समाप्त हो जाता है। इस दौरान मोदी ने कुछ महिला लाभार्थियों को प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत बनाए गए घरों की चाबी भी सौंपी।
दमन में 16 किलोमीटर लंबा रोड शो कियामोदी मंगलवार रात दमन पहुंचे। इस शहर में उन्होंने 16 किलोमीटर लंबा रोड शो किया, जहां बड़ी संख्या में लोग उनका स्वागत करने के लिए एकत्र हुए। यह रोड शो दमन हवाई अड्डे से शुरू हुआ और देवका क्षेत्र में उस नई बनाई गई समुद्री सड़क से गुजरने के बाद संपन्न हुआ, जिसका उद्देश्य दमन में पर्यटन को बढ़ावा देना है।