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One Nation One Election: देश में एक साथ चुनाव पर कोविन्द समिति के साथ खाका साझा करेगा विधि आयोग, हो सकते हैं कई बड़े फैसले

One Nation One Election विधि आयोग देश में एक साथ चुनाव कराने पर अपना खाका (रोडमैप) पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द की अध्यक्षता वाली उच्च स्तरीय समिति के साथ अगले सप्ताह साझा करेगा। देश में एक साथ चुनाव किस तरह कराए जा सकते हैं इस पर विचार जानने के लिए समिति ने विधि आयोग को 25 अक्टूबर को आमंत्रित किया है।

By Abhinav AtreyEdited By: Abhinav AtreyUpdated: Sat, 21 Oct 2023 02:00 AM (IST)
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रामनाथ कोविन्द समिति ने विधि आयोग को 25 अक्टूबर को किया आमंत्रित (फोटो, जागरण)
जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। विधि आयोग देश में एक साथ चुनाव कराने पर अपना खाका (रोडमैप) पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द की अध्यक्षता वाली उच्च स्तरीय समिति के साथ अगले सप्ताह साझा करेगा। देश में एक साथ चुनाव किस तरह कराए जा सकते हैं, इस पर विचार जानने के लिए समिति ने विधि आयोग को 25 अक्टूबर को आमंत्रित किया है।

उच्च स्तरीय समिति ने हाल में अपनी पहली बैठक में राजनीतिक दलों के विचार जानने का फैसला किया था। समिति ने अब पार्टियों को देश में एक साथ चुनाव कराने के संबंध में अपने विचार से अवगत कराने के लिए पत्र लिखा है। सूत्रों ने पत्र का हवाला देते हुए कहा कि राजनीतिक दलों को भेजे गए संदेश में समिति ने 'परस्पर सहमत तिथि' पर उनके साथ विचार-विमर्श करने की बात कही है।

'ताकि ये चुनाव 2029 के लोकसभा चुनावों के साथ हो सकें'

पार्टियों को अगले तीन महीनों में अपने विचार लिखित रूप में भेजने का विकल्प भी दिया गया है। जस्टिस रितु राज अवस्थी की अध्यक्षता वाला विधि आयोग कार्यकाल को बढ़ाकर या घटाकर सभी विधानसभा चुनावों को एक साथ कराने के फॉर्मूले पर काम कर रहा है, ताकि ये चुनाव 2029 के लोकसभा चुनावों के साथ कराए जा सकें।

विधानसभाओं के कार्यकाल को कम करने या बढ़ाने का सुझाव

विधि आयोग लोकसभा, विधानसभाओं और स्थानीय निकायों के लिए साझा मतदाता सूची सुनिश्चित करने के संबंध में तंत्र तैयार कर रहा है, ताकि लागत और जनशक्ति के उपयोग को कम किया जा सके। साल 2029 से विधानसभाओं और लोकसभा चुनाव एक साथ कराने के संबंध में विभिन्न विधानसभा चुनावों को समायोजित करने के लिए आयोग विधानसभाओं के कार्यकाल को कम करने या बढ़ाने का सुझाव दे सकता है।

मतदान करने केवल एक बार केंद्र पर जाएं?

यह सुनिश्चित करने के लिए तंत्र तैयार किया जा रहा है कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ हो तो मतदाता दोनों चुनावों के लिए मतदान करने केवल एक बार मतदान केंद्र पर जाएं। सूत्रों ने कहा कि क्योंकि विधानसभा और संसदीय चुनाव कई चरणों में होते हैं, इसलिए आयोग इसके लिए तौर-तरीकों पर काम कर रहा है कि मतदाता को दो चुनावों के लिए अपना वोट डालने को लेकर एक से अधिक बार मतदान केंद्रों पर न जाना पड़े। सूत्रों के मुताबिक, आयोग का विचार है कि विधानसभा और संसदीय चुनाव एक साथ कराए जा सकते हैं।

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