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Turkey-Syria Earthquakes: 'ऑपरेशन दोस्त' भारत और तुर्किये के बीच की दोस्ती को दिखाता है: फिरत सुनेल

तुर्किये और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। वहीं इस बीच भारत ने तुर्किये और सीरिया की मदद करने के लिए ऑपरेशन दोस्त की शुरुआत की है। इस ऑपरेशन के तहत भारत बचाव और राहत सामग्री तुर्की भेज रहा है।

By Jagran NewsEdited By: Versha SinghUpdated: Thu, 09 Feb 2023 08:17 AM (IST)
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भारत ने तुर्किये की मदद करने के लिए शुरू किया ऑपरेशन दोस्त अभियान
गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश)। भारत में तुर्किये के राजदूत फिरत सुनेल ने कहा है कि 'ऑपरेशन दोस्त' एक "बहुत महत्वपूर्ण ऑपरेशन" है और दोनों देशों के बीच दोस्ती को प्रदर्शित करता है।

भारत ने शुरू किया 'ऑपरेशन दोस्त'

फिरत सुनेल ने गाजियाबाद में हिंडन एयरबेस पर यह टिप्पणी की, जहां से चल रहे 'ऑपरेशन दोस्त' के हिस्से के रूप में भारतीय वायु सेना के सी17 ग्लोबमास्टर विमान ने एनडीआरएफ टीम, चिकित्सा उपकरण, राहत उपकरण के साथ तुर्किये के लिए उड़ान भरी।

भारत कर रहा तुर्किये की मदद

उन्होंने कहा, ऑपरेशन दोस्त एक प्रतीकात्मक ऑपरेशन है। यह पहले ही साबित कर देता है कि हम दोस्त हैं। हमें अपने संबंधों को और गहरा करना है।

एएनआई से बात करते हुए फिरत सुनील ने कहा, ऑपरेशन दोस्त एक बहुत ही महत्वपूर्ण ऑपरेशन है। यह दोस्ती का ऑपरेशन है, क्योंकि DOST हिंदी और तुर्किये में शब्द है, जिसका अर्थ है दोस्त और यह ऑपरेशन भारत और तुर्किये और दोस्तों के बीच हमारी दोस्ती को दर्शाता है। एक-दूसरे की मदद करें।

उन्होंने आगे कहा, मुझे याद है कि दो साल पहले 2021 में मैं ठीक इसी हवाई जहाज में था और तुर्किये ने दो विमान कोविड चिकित्सा सहायता से लदे हुए भेजे थे।

अब दो साल बाद तुर्किये में दो बड़े विनाशकारी भूकंप आएं हैं और भारत अब तुर्किये में खोज और बचाव दल भेज रहा है, क्योंकि असली दोस्त जरूरत पड़ने पर एक-दूसरे की मदद करते हैं।

ऑपरेशन दोस्त को बताया 'मददगार'

ऑपरेशन दोस्त को "मददगार" बताते हुए भारत में तुर्किये के राजदूत फिरत सुनेल ने कहा, हमें तुर्कीये में विशेष रूप से पहले 72 घंटों में आपातकालीन चिकित्सा सहायता के साथ-साथ खोज और बचाव कार्यों की आवश्यकता होगी। ‘ऑपरेशन दोस्त’ में खोज, बचाव दल और आपातकालीन चिकित्सा सहायता शामिल है इसलिए यह बहुत मददगार है।

फिरत सुनेल ने कहा, 15,000 से अधिक तुर्किये सैनिक, डॉक्टर और विदेशी दल तुर्किये में जमीन पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मरने वालों की संख्या लगभग 10,000 है। हालांकि, बचाव अभियान जारी है।

फिरत सुनेल ने कहा, यह लगभग 10,000 है, लेकिन हम समय के खिलाफ दौड़ रहे हैं और अभी भी ऑपरेशन जारी है। हमारे सरकारी निकाय भी कुल मिलाकर 15,000 से अधिक तुर्किये सैनिक, बचाव अभियान, डॉक्टर आदि हैं।

लोगों को बचाने के लिए चल रहा दिन-रात काम

उन्होंने कहा, तुर्किये रेड क्रीसेंट भी हैं और वे वहां काम कर रहे हैं और अब कुछ विदेशी टीमें भी हैं। इसलिए, वे अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं। वे लोगों को बचाने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं।

केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने कहा, भारत भूकंप प्रभावित तुर्किये के लोगों को समर्थन देने के लिए तैयार है।

एएनआई से बात करते हुए मुरलीधरन ने कहा, तुर्किये में जमीन पर चार टीमें काम कर रही हैं, जिनमें दो बचाव दल, डॉग स्क्वॉड और दो मेडिकल टीमें शामिल हैं। उन्होंने कहा कि भारत पहले ही तुर्किये में एक फील्ड अस्पताल खोल चुका है।

मुरलीधरन ने कहा, भारत पहले ही एनडीआरएफ की दो बचाव टीमों और चिकित्सा सहायता के लिए दो टीमों सहित चार टीमों को भेज चुका है। आज एनडीआरएफ की तीसरी टीम डॉग स्क्वॉड, दवाएं, कंबल, चौपहिया वाहनों के साथ तुर्कीये के लिए रवाना हो रही है।

भारत खड़ा तुर्किये के साथ

उन्होंने आगे कहा, भारत दुख की इस घड़ी में तुर्किये के लोगों को समर्थन देने के लिए तैयार है। भारत हमेशा दुनिया भर के लोगों की मदद के लिए आगे आता रहा है और दुनिया भर के विभिन्न देशों में मानवीय सहायता प्रदान की गई है। तो यह एक और ऐसा ही उदाहरण है।

मुरलीधरन ने कहा, भारत तुर्किये के लोगों के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि भारत स्थिति का आकलन करेगा और यदि किसी और सहायता की आवश्यकता होगी, तो वह करेगा। उन्होंने कहा कि तुर्किये के दूत फिरत सुनेल ने भारत को "सच्चा मित्र" कहा है, क्योंकि वह समय की जरूरत में तुर्किये की मदद कर रहा है।

इससे पहले बुधवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, भारत 'ऑपरेशन दोस्त' के तहत तुर्किये को खोज और बचाव दल भेजने के साथ ही सीरिया को भी खाद्य सामग्री, बचाव सहायता, चिकित्सा आपूर्ति और उपकरण प्रदान कर रहा है।

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