'मनोबल गिराने के लिए विपक्ष कर रहा दुष्प्रचार…', लोको पायलटों से राहुल गांधी की मुलाकात के बाद रेल मंत्री ने बोला हमला
Indian Railway रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि विपक्ष लोको पायलट का मनोबल गिराने के लिए दुष्प्रचार एवं नाटक कर रहा है। उन्होंने कहा कि 7000 से अधिक लोको कैब वातानुकूलित हैं। 2014 से पहले रनिंग रूम बहुत बुरी दशा में थे। अब सभी 558 रनिंग रूम वातानुकूलित हैं। कुछ रनिंग रूम में फुट मसाजर की भी सुविधा है।
पीटीआई, नई दिल्ली। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को कहा कि लोको पायलट रेल परिवार के महत्वपूर्ण सदस्य हैं। विपक्ष उनका मनोबल गिराने के लिए दुष्प्रचार एवं नाटक कर रहा है।
उन्होंने कहा कि लोको पायलट की ड्यूटी के घंटे पर सावधानीपूर्वक नजर रखी जाती है। ड्यूटी के बाद उन्हें आराम प्रदान किया जाता है। ड्यूटी के औसत घंटे निर्धारित समय सीमा के अंदर बनाकर रखे जाते हैं।
जून माह में कितनी रही औसत अवधि?
उन्होंने कहा कि इस साल जून माह में ड्यूटी की औसत अवधि आठ घंटे से कम रही। विषम परिस्थितियों में यात्रा अवधि निर्धारित घंटों से अधिक हो जाती है।राहुल गांधी ने क्या कहा था?
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने लोको पायलट के एक समूह के साथ बैठक की थी। इन लोको पायलट ने कम कर्मियों की वजह से पर्याप्त आराम नहीं मिलने की शिकायत की थी। गांधी ने उन्हें आश्वासन दिया था कि वह संसद में उनके मुद्दे उठायेंगे।
7000 से अधिक लोको कैब वातानुकूलितः रेल मंत्री
वैष्णव के अनुसार ये पायलट लोको कैब से अपना इंजन (लोकोमोटिव) चलाते हैं तथा 2014 से पहले ये कैब बहुत बुरी दशा में थी। अब आरामदायक सीट के साथ इन कैब में सुधार किया गया है। 7000 से अधिक लोको कैब वातानुकूलित हैं। 2014 से पहले रनिंग रूम बहुत बुरी दशा में थे। अब सभी 558 रनिंग रूम वातानुकूलित हैं। कुछ रनिंग रूम में फुट मसाजर की भी सुविधा है।वैष्णव ने दावा कि पिछले कुछ सालों में 34,000 ट्रेन चालक, गार्ड आदि की भर्ती की गई। 18000 रनिंग स्टाफ के लिए भर्ती प्रक्रिया चल रही है।यह भी पढ़ेंःMonsoon 2024: दिल्ली, UP और बिहार में झमाझम बरस रहे मेघ, असम में बाढ़ ने बढ़ाई चिंता; गोवा में थमे रेल के पहिए
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