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Monsoon Session: मणिपुर पर लोकसभा हुई ठप, राज्यसभा से विपक्ष का वाकआउट; सरकार ने पारित कराए अपने विधेयक

संसद के दोनों सदनों में मणिपुर हिंसा को लेकर चल रहा टकराव बुधवार को भी जारी रहा। विपक्ष के बहिष्कार के बीच सत्तापक्ष ने सदन चलाते हुए राज्यसभा में विधेयक भी पारित किए। लोकसभा की कार्यवाही सुबह शुरू होते ही पीएम से सदन में आने और मणिपुर पर चर्चा की मांग करते हुए विपक्ष ने नारेबाजी शुरू कर दी। वहीं मल्लिकार्जुन खरगे ने सदन के बाहर अपना विरोध दर्ज कराया।

By Jagran NewsEdited By: Anurag GuptaUpdated: Wed, 02 Aug 2023 08:58 PM (IST)
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अभी तक हंगामेदार रहा मानसून सत्र (फाइल फोटो)

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। संसद के दोनों सदनों में मणिपुर हिंसा (Manipur Violence) को लेकर चल रहा टकराव बुधवार को भी जारी रहा। प्रधानमंत्री से सदन में आने की मांग कर रहे विपक्षी आइएनडीआइए गठबंधन के हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही पूरे दिन नहीं चल पायी।

वहीं, राज्यसभा में नियम 267 के तहत मणिपुर पर लंबी चर्चा की मांग पर अड़े विपक्ष ने नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को सदन में बोलने की अनुमति नहीं देने का आरोप लगाते हुए कार्यवाही का बहिष्कार किया।

हंगामे के बीच उच्च सदन में विधेयक पारित

विपक्ष के बहिष्कार के बीच सत्तापक्ष ने सदन चलाते हुए राज्यसभा में विधेयक भी पारित किए। लोकसभा की कार्यवाही सुबह शुरू होते ही पीएम से सदन में आने और मणिपुर पर चर्चा की मांग करते हुए विपक्ष ने नारेबाजी शुरू कर दी तो कुछ मिनट में ही सदन पहले दो बजे और फिर पूरे दिन के लिए स्थगित हो गया।

सदन में नहीं आए ओम बिरला

स्पीकर ओम बिरला सदन में जारी व्यवधान और गतिरोध से क्षुब्ध थे इसलिए बुधवार को सदन में नहीं आए। वहीं, राज्यसभा में आइएनडीआइए के सदस्यों ने नियम 267 के तहत दिए अपने नोटिस के जरिए मणिपुर हिंसा पर सदन में तत्काल बहस की मांग शुरू कर दी।

सभापति धनखड़ ने विपक्ष के सभी नोटिस किए खारिज

सभापति जगदीप धनखड़ ने तो पहले विपक्षी सदस्यों के 267 के तहत दिए सभी नोटिस खारिज किए फिर कहा कि वह प्रधानमंत्री को सदन में आने का निर्देश जारी नहीं कर सकते और कभी ऐसा हुआ भी नहीं। विपक्षी और सत्तापक्ष के बीच इस पर तीखी तकरार से सदन दो बजे तक स्थगित हो गया। दोपहर बाद सदन शुरू हुआ तो नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे मणिपुर की स्थिति और देश में अशांति की बात उठाई।

विपक्ष का सदन से वाकआउट

उपसभापति हरिवंश ने उन्हें यह कहते हुए बोलने से रोक दिया कि केवल विधेयक पर बोलने की उन्हें अनुमति दी गई है। नेता प्रतिपक्ष को बोलने से रोके जाने के विरोध में समूचे विपक्ष ने सदन से वाकआउट किया।

क्या कुछ बोले मल्लिकार्जुन खरगे

खरगे ने सदन के बाहर इस पर अपना विरोध जाहिर करते हुए कहा,

उन्हें संसद में बोलने से रोका जा रहा है और उनका माइक तुरंत बंद कर दिया जाता है। इसलिए हम सब आइएनडीआइए के रुप में एकजुट होकर पूरी मजबूती के साथ लड़ रहे हैं और लड़ते रहेंगे।