Semicon India: 'हमारा सपना दुनिया की हर डिवाइस में हो मेक इन इंडिया चिप', सेमीकॉन इंडिया में बोले पीएम मोदी
पीएम मोदी ने सेमीकॉन इंडिया-2024 में कहा कि भारत दुनिया का आठवां देश है जहां ग्लोबल सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री से जुड़ा यह भव्य आयोजन हो रहा है। आगे बोले कि हमारा सपना है कि दुनिया की हर डिवाइस में भारत निर्मित चिप हो। उद्योग जगत को भारत के प्रति आश्वस्त करते हुए उन्होंने कहा कि आप सही समय पर सही जगह पर हैं।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। सेमीकॉन इंडिया-2024 में आए विश्वभर के चिप निर्माताओं के सामने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तकनीकी रूप से सक्षम और आकांक्षी भारत का शोकेस सजाया। सुधारवादी सरकार, देश की बढ़ती निर्माण क्षमता और महत्वाकांक्षी बाजार की उपलब्धता को 'थ्री-डायमेंशनल पावर' बताते हुए उन्होंने निवेशकों से कहा कि सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री का ऐसा बेस कहीं और मिलना मुश्किल है।
प्रधानमंत्री ने 15 अगस्त को लाल किले से कही गई बात दोहराते हुए कहा कि हमारा सपना है कि दुनिया की हर डिवाइस में भारत निर्मित चिप हो। उद्योग जगत को भारत के प्रति आश्वस्त करते हुए उन्होंने कहा कि आप सही समय पर, सही जगह पर हैं। वैश्विक सेमीकंडक्टर उद्योग के संचालन में भारत बड़ी भूमिका निभाने जा रहा है।
21वीं सदी का भारत दुनिया को भरोसा देता है
ग्रेटर नोएडा में आयोजित तीन दिवसीय सेमीकॉन इंडिया-2024 का शुभारंभ करते हुए बुधवार को मोदी ने कहा कि भारत दुनिया का आठवां देश है, जहां ग्लोबल सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री से जुड़ा यह भव्य आयोजन हो रहा है। 21वीं सदी का भारत दुनिया को भरोसा देता है कि जब हालात खराब हों तो भारत पर निर्भर रहा जा सकता है। सरकार की नीतियों और ईज आफ डूइंग बिजनेस को लेकर प्रतिबद्धता जताते हुए उन्होंने भारत की क्षमता की भी ब्रांडिंग की।आगे कहा कि हम 85 हजार तकनीशियनों, इंजीनियरों और आरएंडडी विशेषज्ञों का वर्कफोर्स तैयार कर रहे हैं। केंद्र और राज्यों सरकारों द्वारा सेमीकंडक्टर उद्योग के प्रोत्साहन के लिए उठाए जा रहे कदमों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सेमीकंडक्टर पावर हाउस बनने के लिए जो भी जरूरी होगा, भारत वो सब करने वाला है। कुछ लोग सवाल भी उठाते हैं कि भारत इस पर फोकस क्यों कर रहा है? ऐसे लोगों को हमारे डिजिटल इंडिया मिशन का जरूर अध्ययन करना चाहिए।
भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर 150 अरब डॉलर से भी ज्यादा का
भारत की आकांक्षाओं और क्षमताओं का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि आज भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर 150 अरब डॉलर से भी ज्यादा का हो चुका है और अब हमारा लक्ष्य और बड़ा है। इस दशक के अंत तक हम अपने इलेक्ट्रानिक्स सेक्टर को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाना चाहते हैं। इससे भारत के युवाओं के लिए करीब 60 लाख नौकरियां सृजित होंगी। भारत के सेमीकंडक्टर सेक्टर को भी इसका बहुत अधिक फायदा होगा।उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि इलेक्ट्रानिक मैन्यूफैक्च¨रग का शत-प्रतिशत काम भारत में ही हो यानी भारत सेमीकंडक्टर चिप बनाने के साथ उनके फिनिश्ड उत्पाद भी बनाएगा। विश्व के प्रति भारत के ²²ष्टिकोण और विचार को स्पष्ट करते हुए मोदी ने कहा- हम ऐसी दुनिया बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जो संकट के समय भी कार्यात्मक रहती है। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय इलेक्ट्रानिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव और राज्य मंत्री जितिन प्रसाद भी मौजूद रहे।