Move to Jagran APP

जनरल उपेंद्र द्विवेदी बने थलसेना अध्यक्ष, रिटायरमेंट से पहले जनरल मनोज पांडे को गार्ड ऑफ ऑनर; 26 महीने पद पर रहे

भारतीय सेना के निवर्तमान प्रमुख जनरल मनोज पांडे का कार्यकाल आज समाप्त हो रहा है। इससे पहले उन्हें औपचारिक विदाई दी गई। जनरल मनोज पांडे ने 26 महीने का शानदार कार्यकाल पूरा किया और दिल्ली में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की। लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी को नया सेनाध्यक्ष नियुक्त किया गया है और वह आज उन्होंने अपना कार्यभार संभाला।

By Jagran News Edited By: Versha Singh Updated: Sun, 30 Jun 2024 01:33 PM (IST)
Hero Image
जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने 30वें सेना प्रमुख के रूप में संभाला कार्यभार (ANI)
एएनआई, नई दिल्ली। चीन और पाकिस्तान से सटी सीमाओं पर कार्य करने का व्यापक अनुभव रखने वाले जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने रविवार को भारतीय थलसेना के 30वें प्रमुख के रूप में पदभार संभाल लिया। उन्होंने जनरल मनोज पांडे का स्थान लिया है जोकि थलसेना में चार दशक से अधिक की सेवा के बाद सेवानिवृत्त हुए हैं।

जनरल द्विवेदी ऐसे समय में सेना प्रमुख बने हैं जब भारत, चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) सहित अनेक सुरक्षा संबंधी चुनौतियों का सामना कर रहा है। वह उप सेना प्रमुख के रूप में भी काम कर चुके हैं। करीब 40 साल के अपने लंबे और आसाधारण करियर में वह विभिन्न पदों पर रहे। उन्हें परम विशिष्ट सेवा पदक तथा अति विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया जा चुका है।

भारतीय सेना के प्रमुख जनरल मनोज पांडे को उनके कार्यकाल के अंतिम दिन औपचारिक विदाई दी गई। जनरल पांडे ने 26 महीने का शानदार कार्यकाल पूरा किया और दिल्ली में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की। मूलतः 30 मई को सेवानिवृत्त होने वाले जनरल पांडे की सेवा को सरकार ने एक अतिरिक्त महीने के लिए बढ़ा दिया था, जिससे वह 30 जून तक सेवा कर सकेंगे। सरकारी सूत्रों के अनुसार, उनके उत्तराधिकारी की नियुक्ति 2024 के लोकसभा चुनाव परिणामों की घोषणा के बाद होनी थी, जो 4 जून को निर्धारित थे।

जनरल उपेंद्र द्विवेदी बने नए सेनाध्यक्ष

लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी को नया सेनाध्यक्ष नियुक्त किया गया है और वह आज अपना कार्यभार संभाला। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने 26 मई, 2024 को सेना नियम 1954 के नियम 16 ​​ए (4) के तहत, सेनाध्यक्ष (सीओएएस) जनरल मनोज सी पांडे की सेवा में उनकी सामान्य सेवानिवृत्ति आयु (31 मई, 2024) से एक महीने की अवधि के लिए विस्तार को मंजूरी दी, जो 30 जून, 2024 तक है।

सेना प्रमुख के रूप में जनरल पांडे का कार्यकाल राष्ट्रीय सुरक्षा और सैन्य आधुनिकीकरण में महत्वपूर्ण योगदान के लिए जाना जाता है। जनरल पांडे को 30 अप्रैल, 2022 को सेना प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया था।

उन्हें दिसंबर 1982 में कोर ऑफ इंजीनियर्स (बॉम्बे सैपर्स) में कमीशन मिला था। सीओएएस का पदभार संभालने से पहले उन्होंने सेना के उप प्रमुख का पद संभाला था। जनरल पांडे ने 01 जून 2021 को पूर्वी कमान की कमान भी संभाली।

30वें सेना प्रमुख होंगे जनरल द्विवेदी

इस नियुक्ति से पहले वे अंडमान और निकोबार कमांड CINCAN के कमांडर-इन-चीफ थे।

लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी 30वें सेना प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालेंगे। इससे पहले वे उप सेना प्रमुख, उत्तरी सेना कमांडर, डीजी इन्फैंट्री और सेना में कई अन्य कमांड नियुक्तियों के पदों पर देश की सेवा कर चुके हैं।

अपने 39 वर्षों से अधिक के शानदार करियर के दौरान, उन्होंने देश के कोने-कोने में चुनौतीपूर्ण परिचालन वातावरण में कमांड नियुक्तियाँ संभाली हैं। उन्होंने कश्मीर घाटी के साथ-साथ राजस्थान में भी अपनी यूनिट की कमान संभाली। वे उत्तर पूर्व में आतंकवाद विरोधी गहन माहौल में असम राइफल्स के सेक्टर कमांडर और महानिरीक्षक रह चुके हैं।

यह भी पढ़ें- 'LAC पर हालात अभी भी तनावपूर्ण', जनरल मनोज पांडे बोले-टेक्नोलॉजी के बेहतर उपयोग पर भारतीय सेना का ध्यान

यह भी पढ़ें- 'भविष्य की सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए आत्मनिर्भरता जरूरी', सेना प्रमुख ने युद्ध में टेक्नोलॉजी की बताई जरूरत