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Kargil War: पाकिस्तान के कबूलनामे पर शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा के पिता का फूटा दर्द, कहा- अब तो न्याय मिलना चाहिए

अब कारगिल युद्ध के नायक विक्रम बत्रा के पिता जीएल बत्रा का बयान सामने आया है उन्होंने भारतीय सैनिकों पर किए गए अत्याचार के लिए पाक बलों की आलोचना की है। बत्रा के पिता ने कहा कि कारगिल युद्ध के दौरान कार्रवाई में मारे गए भारतीय सेना के एक अधिकारी कैप्टन सौरभ कालिया के पिता डॉ. एनके कालिया को न्याय मांगते हुए 25 साल हो गए हैं।

By Agency Edited By: Shubhrangi Goyal Updated: Sun, 08 Sep 2024 05:11 PM (IST)
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शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा के पिता का रिएक्शन (फोटो-जागरण)

एएनआई, नई दिल्ली। पाकिस्तानी सेना ने पहली बार भारत के साथ 1999 के कारगिल युद्ध में शामिल होने की बात मानी है। पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर की तरफ से स्वीकार किए जाने के बाद, अब कारगिल युद्ध के नायक विक्रम बत्रा के पिता जीएल बत्रा का बयान सामने आया है, उन्होंने भारतीय सैनिकों पर किए गए अत्याचार के लिए पाक बलों की आलोचना की है।

शनिवार को एएनआई से बात करते हुए, बत्रा ने कहा कि कारगिल युद्ध के दौरान कार्रवाई में मारे गए भारतीय सेना के एक अधिकारी कैप्टन सौरभ कालिया के पिता डॉ. एनके कालिया को न्याय मांगते हुए 25 साल हो गए हैं।

'उम्मीद है उन्हें जल्द न्याय मिलेगा'

बत्रा ने आगे कहा, 'जब वे कह रहे हैं कि इसमें पाकिस्तानी सेना की संलिप्तता थी, तो यह स्पष्ट है कि उन सैनिकों पर जो भी अत्याचार किया गया, वह पाकिस्तानी सेना की तरफ से किया गया था। डॉ. कालिया को न्याय मांगते हुए अब 25 साल हो गए हैं। वह इसके लिए लड़ रहे हैं, 'यह  मामला अंतरराष्ट्रीय कानून न्यायालय में है और इस उम्मीद के साथ आगे बढ़ रहे हैं कि उन्हें न्याय मिलेगा।'

'भारत और पाकिस्तान एक साथ शांति से रहें'

बत्रा के पिता ने आगे कहा, जब पाकिस्तानी सेना प्रमुख ने इस तथ्य को स्वीकार कर लिया है कि पूरे कारगिल युद्ध की शुरुआत पाकिस्तानी सेना ने की थी, तो अगर उन बूढ़े माता-पिता के दिलों को शांति देने के लिए कुछ किया जा सकता है, तो वह किया जाना चाहिए।

उन्होंने ये भी कहा कि वह चाहते हैं कि भारत और पाकिस्तान एक साथ शांति से रहें और यह दोनों देशों की भलाई के लिए है। 'मैं चाहता हूं कि दोनों पड़ोसी देश अच्छे पड़ोसियों की तरह शांति से रहें। यही दोनों देशों की प्रगति है।'

कौन हैं केप्टन कालिया? 

कैप्टन कालिया को कारगिल युद्ध के दौरान पाकिस्तानी सेना ने पकड़ लिया था और क्रूर यातनाएं देने के बाद उनकी हत्या कर दी गई थी।

उनके पिता एनके कालिया ने अपने बेटे के खिलाफ अत्याचार के बारे में भारी चिंता व्यक्त की और कहा कि पाकिस्तानी सेना की कार्रवाई ने जिनेवा कन्वेंशन का उल्लंघन किया है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका भी दायर की, जिसमें केंद्र सरकार से मामले को अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में ले जाने की मांग की गई।

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