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इस साल भारत आ सकते हैं पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, SCO शिखर बैठक के लिए आमंत्रित होंगे पाक पीएम

सनद रहे कि पाक पीएम शरीफ ने हाल ही में यूएई के मीडिया में दिए गये एक साक्षात्कार में भारत के साथ रिश्तों को सुधारने की पहले बात की थी लेकिन बाद में पाकिस्तान के पीएम कार्यालय ने इस बारे में सफाई दी थी।

By Jagran NewsEdited By: Praveen Prasad SinghUpdated: Mon, 23 Jan 2023 09:08 PM (IST)
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एससीओ की मंत्रियों की भी बैठकों में भी आमंत्रित होंगे पाक सरकार के मंत्री।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली: अगर सब कुछ ठीक रहा तो भारत के साथ रिश्तों को सुधारने और भारत से हुए तीन युद्धों में सबक सीख लेने की बात करने वाले पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ इस साल के अंत तक भारत का दौरा भी कर सकते हैं। यह दौरा शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की शिखर सम्मेलन के दौरान हो सकता है। जी-20 के साथ भारत इस वर्ष एससीओ की भी अध्यक्षता कर रहा है।

भौतिक तरीके से होगी SCO की शिखर बैठक

अभी एससीओ के तहत विभिन्न सेक्टर में स्थापित कार्य समूहों की बैठक हो रही है और पाकिस्तान के प्रतिनिधि इसमें वर्चुअल तरीके से हिस्सा ले रहे हैं। हालांकि सोमवार को भारतीय अधिकारियों ने बताया है कि 27 जनवरी से 31 जनवरी को एससीओ का फिल्म फेस्टिवल मुंबई में होने वाला है जिसमें आमंत्रित किये जाने के बावजूद पाकिस्तान की तरफ से इसमें कोई प्रवेश नहीं मिला है। विदेश मंत्रालय के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि एससीओ की शिखर बैठक और मंत्री स्तरीय बैठक पूरी तरह भौतिक तरीके से होगी।

हर सदस्य देश को भारत आमंत्रण भेजेगा

अभी एससीओ के कार्यसमूहों की बैठक शुरू हुई है। पिछले दिनों एक बैठक वाराणसी मे हुई थी जिसमें पाकिस्तान और चीन के प्रतिनिधियों ने वर्चुअल तरीके से हिस्सा लिया था। मंत्रीस्तरीय और शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के हर सदस्य देश को भारत आमंत्रण भेजेगा। पाकिस्तान को भी निश्चित तौर पर आमंत्रण भेजा जाएगा। उसे स्वीकार करना या नहीं करना, यह पाकिस्तान पर निर्भर करेगा।

सदस्य देशों की सहूलियत के हिसाब से तय होगी SCO की अवधि

यह पूछे जाने पर कि क्या उक्त बैठक जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान आयोजित की जाएगी, उक्त सूत्रों ने बताया कि इस बात की संभावना कम है। जी-20 अपने आप में काफी विशाल आयोजन है। एससीओ शिखर बैठक की अवधि भारत दूसरे सदस्य देशों की सहूलियत के हिसाब से ही तय करेगा। जी-20 शिखर बैठक 09-10 सितंबर, 2022 को नई दिल्ली में होनी है जिसमें अमेरिका, ब्रिटेन, चीन, जापान, कनाडा, फ्रांस समेत 20 सदस्य देशों और दूसरे नौ देशों के प्रमुख हिस्सा लेंगे।

दूसरे कूटनीतिक सूत्रों ने बताया है कि एससीओ की सभी मंत्रिस्तरीय और शिखर बैठक के जुलाई, 2020 में भी आयोजित करने का विकल्प सरकार के पास है। इस बारे में एससीओ के शेरपाओं के बीच शुरुआती विमर्श भी हुआ है। चूंकि सितंबर, 2023 में जी-20 की शिखर बैठक के तुरंत बाद भारत के चार बड़े राज्यों में चुनाव भी होने हैं। संभवत: भारत की कोशिश जी-20 शिखर बैठक से पहले एससीओ शिखर सम्मेलन आयोजित कराने की होगी। वर्ष के अंत तक पाकिस्तान में भी आम चुनाव है।

Pak पीएम ने की थी भारत से रिश्‍ते सुधारने की बात

सनद रहे कि पाक पीएम शरीफ ने हाल ही में यूएई के मीडिया में दिए गये एक साक्षात्कार में भारत के साथ रिश्तों को सुधारने की पहले बात की थी लेकिन बाद में पाकिस्तान के पीएम कार्यालय ने इस बारे में सफाई दी थी कि जम्मू व कश्मीर राज्य की अगस्त, 2019 से पहले की स्थिति बहाल किये बगैर कोई वार्ता नहीं होगी। वैसे भारत ने शरीफ के उक्त बयान को कोई खास तवज्जो नहीं दिया था। भारत पाकिस्तान के मौजूदा राजनीतिक उथल पुथल के दौर में बातचीत का कोई औचित्य नहीं देखता। गेहूं की किल्लत से जूझते पाकिस्तान को मदद देने के सवाल पर भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था कि ऐसी कोई मांग भारत से नहीं की गई है।

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