Parliament Breach: 'सुरक्षा उल्लंघन पर बहस से भाग रहे PM मोदी', कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने भाजपा पर उठाए सवाल
कांग्रेस ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर संसद में सुरक्षा उल्लंघन पर बहस से भागने का आरोप लगाया। सोशल मीडिया X (पू्र्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री ने आखिरकार 13 दिसंबर को लोकसभा में हुई असाधारण घटनाओं पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। उनका कहना है कि बहस की नहीं बल्कि जांच की जरूरत है और ऐसी जांच चल रही है।
By AgencyEdited By: Nidhi AvinashUpdated: Sun, 17 Dec 2023 04:36 PM (IST)
पीटीआई, नई दिल्ली। कांग्रेस ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर संसद में सुरक्षा उल्लंघन पर बहस से भागने का आरोप लगाया। कांग्रेस के मुताबिक, संसद के कक्ष में कूदने वालों को दर्शक दीर्घा में प्रवेश की मंजूरी
मैसूर के भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा ने दी थी और इससे पार्टी पर सवाल खड़े हो सकते है।विपक्षी दल का हमला तब हुआ जब पीएम मोदी ने कहा कि संसद में सुरक्षा उल्लंघन की गंभीरता को कम करके नहीं आंका जा सकता है और संसद में विपक्ष के विरोध के बीच इस मुद्दे पर कोई झगड़ा नहीं करने का आह्वान किया।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश का पोस्ट
सोशल मीडिया X (पू्र्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, 'प्रधानमंत्री ने आखिरकार 13 दिसंबर को लोकसभा में हुई असाधारण घटनाओं पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। उनका कहना है कि बहस की नहीं बल्कि जांच की जरूरत है और ऐसी जांच चल रही है।'रमेश ने कहा कि भारत की सभी पार्टियां गृह मंत्री के एक बयान की मांग कर रही हैं और इसके लिए दबाव डालना जारी रखेंगी कि 13 दिसंबर को क्या हुआ और वास्तव में यह कैसे हुआ। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बहुत साधारण कारण से बहस से भाग रहे हैं। 13 दिसंबर को लोकसभा में घुसपैठियों के प्रवेश को सुविधाजनक बनाने में मैसूर के भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा की भूमिका पर सवाल उठाए जाएंगे।'
दैनिक जागरण से क्या बोले पीएम मोदी
पहली बार हिंदी 'दैनिक जागरण' के साथ एक साक्षात्कार में, पीएम मोदी ने कहा कि जांच एजेंसियां घटना की जांच कर रही हैं और कड़े कदम उठा रही हैं, यह देखते हुए कि इसके पीछे के लोगों और उनके उद्देश्यों की जड़ तक जाना भी उतना ही आवश्यक है। उन्होंने इस उल्लंघन को दर्दनाक और चिंता का विषय बताया है।प्रधानमंत्री ने कहा कि संसद में हुई घटना की गंभीरता को कम करके नहीं आंका जाना चाहिए और स्पीकर भी पूरी गंभीरता के साथ आवश्यक कदम उठा रहे हैं। 13 दिसंबर को विपक्षी दलों के साथ दो लोग दर्शक दीर्घा से लोकसभा कक्ष में कूद गए और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बयान की मांग करने लगे।