संसद का विशेष सत्र: श्रेय लेने की होड़ में चढ़ा सियासी पारा, शाह ने लोकसभा में अधीर के दावों को किया खारिज
यूं तो अक्सर संसद में विपक्षी सरकार के विधेयकों के खिलाफ ही खड़ा होता है लेकिन मंगलवार को महिला आरक्षण विधेयक पेश किए जाने के वक्त हर कोई इसका श्रेय अपने सिर बांधने की कोशिश में दिखा। खासकर कांग्रेस की ओर से यह याद दिलाने की कोशिश हुई मनमोहन सिंह सरकार में इसे राज्यसभा से पारित कराया गया था और कई मौको पर लोकसभा में भी पारित हुआ।
By Jagran NewsEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Tue, 19 Sep 2023 11:29 PM (IST)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। यूं तो अक्सर संसद में विपक्षी सरकार के विधेयकों के खिलाफ ही खड़ा होता है, लेकिन मंगलवार को महिला आरक्षण विधेयक पेश किए जाने के वक्त हर कोई इसका श्रेय अपने सिर बांधने की कोशिश में दिखा।
खासकर कांग्रेस की ओर से यह याद दिलाने की कोशिश हुई मनमोहन सिंह सरकार में इसे राज्यसभा से पारित कराया गया था और कई मौको पर लोकसभा में भी पारित हुआ लेकिन एक साथ दोनों सदन में यह पारित नहीं हो सका, लेकिन केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इसका तीखा विरोध किया और कहा कि कांग्रेस काल में एक बार भी इसे लोकसभा से पारित नहीं कराया गया।
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महिला आरक्षण बिल को लेकर माहौल गर्म
राज्यसभा से पारित कराने के बाद कांग्रेस ने लोकसभा से पारित कराने की इच्छाशक्ति नहीं दिखाई। राज्यसभा में तो यह विधेयक बाद में पेश होगा, लेकिन घोषणा मात्र से ही माहौल गरमा गया। प्रधानमंत्री की ओर से इसका जिक्र किए जाने के बाद विपक्ष ने इसे लपक लिया और इसका श्रेय लेने की कोशिश की।
खरगे ने महिलाओं को लेकर दिए बयान
कांग्रेस अध्यक्ष व राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे को जैसे ही बोलने की मौका मिला, उन्होंने महिला आरक्षण विधेयक में एससी एसटी के साथ ओबीसी को भी आरक्षण देने की पैरवी की। साथ ही यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया कि मौजूदा समय में सभी राजनीतिक दल सिर्फ ऐसी ही महिलाओं को टिकट देते है, जो कमजोर और कम पढ़ी-लिखी होती है।