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मणिपुर के सीएम बीरेन सिंह ने कहा, केंद्र की सहमति से हटाना चाहते हैं अफस्पा

मुख्यमंत्री ने एक साक्षात्कार में कहा मेरे साथ-साथ मणिपुर की जनता भी चाहती है कि राज्य से अफस्पा हटाया जाए। लेकिन यह काम केंद्र सरकार के साथ परस्पर सहमति से होना चाहिए। जमीनी हालात का आकलन किए बिना यह संभव नहीं है।

By Neel RajputEdited By: Updated: Mon, 24 Jan 2022 11:12 AM (IST)
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विस चुनाव से पहले राज्य में जोर पकड़ने लगी है अफस्पा हटाने की मांग (फाइल फोटो)
नई दिल्ली, प्रेट्र। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह ने रविवार को कहा कि उनके राज्य के लोग और वह खुद चाहते हैं कि सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम (अफस्पा) को हटाया जाए। हालांकि, उन्होंने कहा कि यह काम केंद्र सरकार की सहमति से किया जाना चाहिए। राष्ट्रीय सुरक्षा को शीर्ष प्राथमिकता बताते हुए बिरेन सिंह ने कहा कि हमारा राज्य सीमावर्ती इलाका है। इसकी अंतरराष्ट्रीय सीमा म्यांमार से लगती है। मुझे राष्ट्रीय हितों को भी देखना होगा। उल्लेखनीय है कि राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले अफस्पा हटाने की मांग जोर पकड़ने लगी है।

मुख्यमंत्री ने एक साक्षात्कार में कहा, मेरे साथ-साथ मणिपुर की जनता भी चाहती है कि राज्य से अफस्पा हटाया जाए। लेकिन, यह काम केंद्र सरकार के साथ परस्पर सहमति से होना चाहिए। जमीनी हालात का आकलन किए बिना यह संभव नहीं है।

राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर बिरेन सिंह ने कहा कि पिछले पांच वर्षो में किसी बड़ी अवांछित घटना की रिपोर्ट नहीं है और विद्रोह की घटनाओं में 90 प्रतिशत तक की कमी आई है। इसलिए मुझे लगता है कि केंद्र सरकार की सहमति से अफस्पा को क्रमिक रूप से हटाया जा सकता है।

दो-तिहाई बहुमत के लिए पूरा जोर लगाएगी भाजपा

आगामी विधानसभा चुनाव में सत्ता बरकरार रखने को लेकर आश्वस्त मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह ने रविवार को कहा कि इस बार भाजपा अपने बलबूते दो-तिहाई बहुमत हासिल करने का प्रयास कर रही है। हालांकि, उन्होंने कहा कि यदि जरूरत पड़ी तो चुनाव बाद गठबंधन किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि उन्हें यकीन है कि उनकी सरकार के पांच साल के कामकाज को मतदाताओं का समर्थन मिलेगा।

मणिपुर में वर्चुअल चुनाव अभियान के बारे में पूछे जाने पर बीरेन सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाल ही में राज्य भर में 1336 वाइ-फाइ केंद्रों का उद्घाटन किया है। मणिपुर में अब चुनाव के लिए डिजिटल रूप से प्रचार करना आसान होगा।

मणिपुर में दो चरणों में 27 फरवरी और 3 मार्च को मतदान होगा और वोटों की गिनती 10 मार्च को होगी। मणिपुर विधान सभा का कार्यकाल, जिसमें 60 सदस्य होते हैं, 19 मार्च, 2022 को समाप्त होने वाला है। 2017 के विधानसभा चुनावों के बाद भाजपा, नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी), नागा पीपुल्स फ्रंट और लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के गठबंधन ने एन बीरेन सिंह के नेतृत्व में सरकार बनाई थी।