PM ने दी हुड़दंग करने वाले सांसदों को आत्मनिरीक्षण करने की सलाह, कहा- ऐसे सांसदों के योगदान को कोई नहीं करेगा याद
गौरतलब है कि शीतकालीन सत्र के दौरान हंगामा करने वाले 146 सांसदों को निलंबित कर दिया था लेकिन बजट सत्र के पहले उनके निलंबन वापस ले लिया गया।बजट सत्र से पहले संसद परिसर में मीडिया से बात करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि संसद में विपक्ष की ओर से तीखी आलोचना स्वाभाविक है और इसका सभी स्वागत करते हैं।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। 17वीं लोकसभा के अंतिम सत्र के पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सदन में हुड़दंग करने वाले विपक्षी सांसदों पर जमकर बरसे। उन्होंने ऐसे सांसदों को आत्मनिरीक्षण करने की सलाह दी और कहा कि पिछले 10 वर्षों में आदतन हुड़दंग करने वाले सांसदों के संसद में योगदान को शायद ही कोई याद करे। उन्होंने अंतिम बजट सत्र को ऐसे सांसदों के लिए सकारात्मक चर्चा में भाग लेकर अपने पुराने कृत्यों का प्रायश्चित करने का अवसर बताया।
गौरतलब है कि शीतकालीन सत्र के दौरान हंगामा करने वाले 146 सांसदों को निलंबित कर दिया था, लेकिन बजट सत्र के पहले उनके निलंबन वापस ले लिया गया।
'विपक्ष के सांसदों को याद किया जाएगा'
बजट सत्र से पहले संसद परिसर में मीडिया से बात करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि संसद में विपक्ष की ओर से तीखी आलोचना स्वाभाविक है और इसका सभी स्वागत करते हैं।विपक्ष के सांसदों की ओर से की गई ऐसी विचारपूर्ण आलोचना को आने वाले समय में भी याद किया जाएगा। लेकिन जिन सांसदों ने पिछले 10 वर्षों के दौरान सिर्फ हंगामा और हुड़दंग किया, उनकी चर्चा भी नहीं होगी।Speaking at the start of the Budget Session of Parliament. May it be a productive one. https://t.co/UOeYnXDdlz
— Narendra Modi (@narendramodi) January 31, 2024
सांसदों के संसद में काम के बारे में नहीं जानती उनके क्षेत्र की जनता
ऐसे सांसदों के संसद में काम के बारे में उनके क्षेत्र की जनता भी नहीं जानती। प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्षी सांसदों के लिए संसद के इस अंतिम सत्र को एक नया अवसर बताया, जिस दौरान वे अपनी पुरानी गलतियों का प्रायश्चित कर सकते हैं और सकारात्मक बहस में हिस्सा लेकर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूत भी कर सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने बजट सत्र को नारी शक्ति की दृष्टि से भी अहम करार दिया। उन्होंने कहा कि संसद के नए भवन में हुई पहली बैठक में नारी शक्ति वंदन अधिनियम पास कर महिला सशक्तीकरण की नई गाथा लिखी गई है।
बजट सत्र के पहले दिन दोनों सदनों को संबोधित करेंगी राष्ट्रपति मुर्मु
अब बजट सत्र के पहले दिन महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी और गुरुवार को एक महिला वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी। उन्होंने कहा, 'चुनावों से पहले पूर्ण बजट पेश नहीं करने की परंपरा रही है। हम उस परंपरा का पालन करेंगे और नई सरकार के गठन के बाद पूर्ण बजट पेश करेंगे।''मुझे दृढ़ विश्वास है कि देश आगे बढ़ रहा है'
राम राम से अपनी बात शुरू करते हुए प्रधानमंत्री ने चुनावों में भाजपा के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ राजग को लोगों का समर्थन मिलने का विश्वास व्यक्त किया। उन्होंने कहा, 'मुझे दृढ़ विश्वास है कि देश आगे बढ़ रहा है और प्रगति की नई ऊंचाइयां छू रहा है। देश समग्र और समावेशी विकास का अनुभव कर रहा है। लोगों के आशीर्वाद से यह यात्रा लगातार जारी रहेगी।'यह भी पढ़ें- President Murmu: परीक्षाओं में गड़बड़ी करने वालों की अब खैर नहीं, नया कानून लाने की तैयारी में सरकार