PM Kaushal Vikas Yojana: नए सुधारों संग जल्द लागू होगी प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना
केंद्र सरकार की मंशा है कि युवाओं का कौशल विकास कर उन्हें रोजगार और स्वरोजगार के लिए सक्षम बनाया जाए। 2015 में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का पहला चरण शुरू किया गया। 2016 से 2020 तक के लिए दूसरा चरण लागू किया गया था।
By Jagran NewsEdited By: Shashank MishraUpdated: Wed, 22 Feb 2023 07:56 PM (IST)
जितेंद्र शर्मा, नई दिल्ली। कौशल प्रशिक्षण के बाद भी युवाओं को अपेक्षा के अनुसार रोजगार न मिलते देख सरकार ने अपनी महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना को नए सुधारों के साथ लागू करने के लिए कमर कस ली है। योजना का तीसरा चरण दो भागों में 2026 तक चलाया जाना प्रस्तावित था, लेकिन अब उसे संशोधित कर चौथा चरण लागू करने का निर्णय लिया है। इसे प्रभावी ढंग से अमलीजामा पहनाने के लिए कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय ने स्टीयरिंग कमेटी भी बना दी है।
तीसरा चरण दो भागों में चलाया जाएगा
केंद्र सरकार की मंशा है कि युवाओं का कौशल विकास कर उन्हें रोजगार और स्वरोजगार के लिए सक्षम बनाया जाए। इसके लिए ही 2015 में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का पहला चरण शुरू किया गया। 2016 से 2020 तक के लिए दूसरा चरण लागू किया और फिर तय किया गया कि तीसरा चरण दो भागों में चलाया जाएगा। लेकिन तीसरे चरण में आशातीत परिणाम सामने नहीं आए हैं।
कोरोना की मार भी भारी पड़ी और युवाओं के प्लेसमेंट में कमी रही। मंत्रालय के पोर्टल पर दर्ज आंकड़ों के अनुसार, 2016-17 में जब योजना शुरू हुई, तब 15,36,740 प्रमाणित अभ्यर्थी और उनमें से 2,67,205 के प्लेसमेंट का आंकड़ा उपलब्ध हुआ।
अगले ही वर्ष 2017-18 में प्रमाणित अभ्यर्थी 16,25,009 तो प्लेसमेंट 4,53,076 का हुआ। योजना सफल होती जा रही थी। 2019-20 में 15,91,665 में से 7,04,220 को नौकरी मिलने की रिपोर्ट मंत्रालय के पास आई। इसके बाद अचानक योजना में ढलान शुरू हो गया। 2019-20 में प्रमाणित अभ्यर्थियों की संख्या तो 30,60,077 पर पहुंच गई, लेकिन प्लेसमेंट 6,08,389 का हो सका। 2020-21 में अप्रत्याशित कमी के साथ यह आंकड़ा 2,16,102 पर आ टिका।
2021-22 में प्रमाणित अभ्यर्थी 4,70,181 रह गए तो प्लेसमेंट सिर्फ 1,64,162 रहा। माना जा रहा है कि इसके लिए कोरोना संक्रमण भी एक कारक हो सकता है, साथ ही विशेषज्ञों ने आकलन किया कि जिस तरह के मानव श्रम की आवश्यकता आज उद्योग जगत को है, उसके अनुरूप ही कौशल प्रशिक्षण देने पर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
इसे देखते हुए सरकार ने इस बार बजट में घोषणा कर दी कि जल्द ही प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का चौथा चरण लागू किया जाएगा। इसमें आन जॉब ट्रेनिंग, उद्योगों की साझेदारी और उद्योगों की जरूरत के अनुसार प्रशिक्षण पाठ्यक्रम तैयार किया जाना है।30 स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर खोलकर युवाओं को कोडिंग, आर्टिफिशियल, रोबोटिक्स, मेकाट्रानिक्स, ड्रोन और साफ्ट स्किल जैसे पाठ्यक्रम तैयार कर कौशल विकास किया जाएगा। चौथे चरण को लागू करने के लिए कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय ने मंत्रालय के सचिव की अध्यक्षता में 13 सदस्यीय स्टीयरिंग कमेटी भी गठित कर दी है।
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