पीएम मोदी बोले- आधुनिक डिजिटल बुनियादी ढांचा तैयार कर रहा भारत, JAM से गरीबों के खाते में सीधे पहुंच रहा पैसा
पीएम मोदी ने एक वेबिनार में कहा कि जनधन खाते आधार और मोबाइल (JAM) के कारण करोड़ों गरीबों के खाते में सीधे पैसा भेजना संभव हुआ है। उसी प्रकार से टेक्नोलॉजी आरोग्य सेतु और CoWIN एप से कोरोना के दौरान ट्रेसिंग और वैक्सीनेशन में बड़ी मदद मिली।
By Jagran NewsEdited By: Achyut KumarUpdated: Tue, 28 Feb 2023 11:47 AM (IST)
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि भारत एक आधुनिक डिजिटल ढांचा तैयार कर रहा है और यह सुनिश्चित कर रहा है कि डिजिटल क्रांति का लाभ सभी तक पहुंचे। इस दौरान उन्होंने टेक्नोलॉजी के लाभ पर भी बात की।
कर प्रणाली में किया जा रहा टेक्नोलॉजी का उपयोग
'अनलीशिंग द पोटेंशियल: ईज ऑफ लिविंग यूजिंग टेक्नोलॉजी' विषय पर बजट के बाद के वेबिनार को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि करदाताओं के सामने आने वाली समस्याओं के समाधान के लिए कर प्रणाली को फेसलेस बनाने के लिए टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जा रहा है।
टेक्नोलॉजी ने 'वन नेशन वन राशन' का आधार बनाया
प्रधानमंत्री ने कहा कि टेक्नोलॉजी ने वन नेशन वन राशन का आधार बनाया। वहीं, JAM (जन धन योजना, आधार और मोबाइल नंबर) की त्रिमूर्ति ने गरीबों को लाभ देने में मदद की। उन्होंने कहा कि 5जी और एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) जैसी तकनीकों पर चर्चा की जा रही है और ये चिकित्सा, शिक्षा, कृषि और कई अन्य क्षेत्रों को बदलने के लिए तैयार हैं।टेक्नोलॉजी को बनाएं सरल
पीएम मोदी ने हितधारकों से आम आदमी के सामने आने वाली 10 समस्या क्षेत्रों की पहचान करने का आह्वान किया, जिन्हें एआई का उपयोग करके हल किया जा सकता है। उन्होंने आगे कहा कि 21वीं सदी Technology driven सदी है। उसको हम जितना जल्दी फैलाएं, जितना जल्दी सरल बनाएं और जितना जल्दी जन सामान्य को सशक्त करने वाला बनाएं, उतना देश का और लोगों का कल्याण होने वाला है।
नागरिकों को किया जा रहा सशक्त
पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी का बदलता हुआ भारत टेक्नोलॉजी की ताकत से लगातार नागरिकों को सशक्त कर रहा है। बीते वर्षों में हमारी सरकार के हर बजट में टेक्नोलॉजी की मदद से देशवासियों की 'ईज ऑफ लिविंग' बढ़ाने पर जोर दिया गया है। इस बार के बजट में भी टेक्नोलॉजी के साथ ह्यूमन टच को प्राथमिकता दी गई है।'Zero Defect, Zero Effect' होनी चाहिए प्राथमिकता
प्रधानमंत्री ने कहा, ''Zero Defect, Zero Effect' हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। हमारी क्वालिटी में कोई कंप्रोमाइज नहीं होना चाहिए और उसमें टेक्नोलॉजी बहुत मदद कर सकती है। हम टेक्नोलॉजी की मदद से प्रोडक्शन में बहुत फिनिश-वे में प्रोडक्ट लेकर आ सकते हैं और तभी ग्लोबल मार्केट हम कैप्चर कर सकते हैं।''