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PM मोदी और शेख हसीना एक नवंबर को इन प्रोजेक्ट्स को दिखाएंगे हरी झंडी, दोनों देशों को जोड़ेगी ये परियोजना

एक हजार करोड़ के अगरतला-आखाऊड़ा रेलवे प्रोजेक्ट को जनवरी 2010 में अंतिम रूप दिया गया था जब बांग्लादेश की पीएम ने भारत के तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह ने भेंट की थी। भारत-बांग्लादेश के बीच यात्रियों और सामान के इंटरचेंज के रूप में आखाऊड़ा-अगरतला रेल प्रोजेक्ट के शुरू होने से त्रिपुरा दक्षिणी असम और मिजोरम के लोगों को बहुत राहत मिलेगी।

By Jagran NewsEdited By: Shubham SharmaUpdated: Mon, 30 Oct 2023 05:08 AM (IST)
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मोदी व हसीना देंगे दो रेल प्रोजेक्ट और एक पावर प्लांट को हरी झंडी। (फाइल फोटो)
आईएएनएस, अगरतला। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बांग्लादेशी पीएम शेख हसीना एक नवंबर को संयुक्त रूप से वर्चुअल तरीके से भारत और बांग्लादेश को जोड़ने वाली दो रेल परियोजनाओं और एक मेगा पावर प्लांट का उद्घाटन करेंगे। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि बांग्लादेश के खुलना मंडल के रामपाल स्थित 1320 मेगावाट क्षमता के मैत्री सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट का दोनों देशों के प्रधानमंत्री संयुक्त रूप से ऑनलाइन उद्घाटन करेंगे।

इसके अलावा, 15.064 किमी लंबे आखाऊड़ा (बांग्लादेश)-अगरतला (त्रिपुरा,भारत) रेल लिंक प्रोजेक्ट और 86.87 किमी लंबे खुलना-मोंगला पोर्ट रेल लाइन प्रोजेक्ट का भी उद्घाटन करेंगे। आखाऊड़ा-अगरतला रेल लाइन 5.05 किमी भारत में और 10.014 किमी बांग्लादेश में है। बांग्लादेश का आखाऊड़ा स्टेशन, पश्चिमी त्रिपुरा के निश्चिंतपुर स्थित अंतरराष्ट्रीय आव्रजन स्टेशन के जरिये बांग्लादेश से जुड़ेगा।

दक्षिणी असम और मिजोरम को मिलेगी बड़ी राहत

इस परियोजना का खर्च भारत के पूर्वोत्तर फ्रंटियर रेलवे ने बतौर नोडल एजेंसी उठाया है। एक हजार करोड़ के अगरतला-आखाऊड़ा रेलवे प्रोजेक्ट को जनवरी, 2010 में अंतिम रूप दिया गया था जब बांग्लादेश की पीएम ने भारत के तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह ने भेंट की थी। भारत-बांग्लादेश के बीच यात्रियों और सामान के इंटरचेंज के रूप में आखाऊड़ा-अगरतला रेल प्रोजेक्ट के शुरू होने से त्रिपुरा, दक्षिणी असम और मिजोरम के लोगों को बहुत राहत मिलेगी।

कोलकाता जाने में बचेगा 22 घंटा

यहां के सभी लोगों को रेल मार्ग से कोलकाता जाने में अब 22 घंटा बचेगा।मौजूदा समय में यहां के लोगों को रेल मार्ग से कोलकाता जाने के लिए वाया गुवाहाटी जाना पड़ता है और उसमें उन्हें कुल 38 घंटे लगते हैं। रामपाल स्थित दो अरब डालर के 1320 मेगावाट क्षमता के बिजली उत्पादन मैत्री सुपर थर्मल पावर प्लांट के तहत 560 मेगावाट की दो यूनिटों में भारत की वित्तीय योजना को समाहित किया गया है। भारत-बांग्लादेश मैत्री बिजली कंपनी प्राइवेट लिमिटेड (बीआइएफपीसीएल) परियोजना भारत की एनटीपीसी और बांग्लादेश के बीपीडीबी के बीच आधी-आधी हिस्सेदारी है।

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