फलस्तीन को लेकर पुरानी नीति पर भारत अडिग, फलस्तीनी राष्ट्रपति अब्बास को पीएम मोदी ने मदद का दिया आश्वासन
भारत ने एक बार फिर स्पष्ट किया है कि फलस्तीन को लेकर उसकी पुरानी नीति में कोई बदलाव नहीं आया है। गुरुवार को पीएम नरेन्द्र मोदी ने ना सिर्फ फलस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से टेलीफोन पर बात करके इजरायल-फलस्तीन मुद्दे पर भारत की पारंपरिक नीति को लेकर अपनी प्रतिबद्धता जताई बल्कि उन्हें यह भी आश्वस्त किया कि फलस्तीन को भारत मानवीय आधार पर मदद भी देना जारी रखेगा।
By Jagran NewsEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Thu, 19 Oct 2023 09:04 PM (IST)
जयप्रकाश रंजन, नई दिल्ली। भारत ने एक बार फिर स्पष्ट किया है कि फलस्तीन को लेकर उसकी पुरानी नीति में कोई बदलाव नहीं आया है। गुरुवार को पीएम नरेन्द्र मोदी ने ना सिर्फ फलस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से टेलीफोन पर बात करके इजरायल-फलस्तीन मुद्दे पर भारत की पारंपरिक नीति को लेकर अपनी प्रतिबद्धता जताई बल्कि उन्हें यह भी आश्वस्त किया कि फलस्तीन को भारत मानवीय आधार पर मदद भी देना जारी रखेगा।
मानवीय कानूनों का पूरी तरह से हो पालनः भारत
इजरायल की तरफ से गाजा पट्टी पर हो रहे हमले और आतंकी संगठन हमास की तरफ से इजरायल पर हो रहे हमले के बीच भारतीय विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा है कि इस विवाद में मानवीय कानूनों का पूरी तरह से पालन होनी चाहिए। साफ है कि रूस-यूक्रेन युद्ध की तरह यहां भी अपने हितों के बीच कूटनीतिक तालमेल बिठाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा।
पीएम मोदी ने फलस्तीनी राष्ट्रपति से की बात
पीएम मोदी ने गुरुवार को सोशल मीडिया साइट एक्स पर बताया है कि, फलस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से टेलीफोन पर बात हुई है। गाजा स्थित अल अहली अस्पताल में मारे गये जनता के प्रति अपनी शोक संवेदना को प्रकट किया। हम फलस्तीन की जनता को मानवीय आधार पर मदद पहुंचाना जारी रखेंगे। आतंकवाद, ¨हसा और इस क्षेत्र की बिगड़ती सुरक्षा हालात को लेकर अपनी गहरी चिंता भी साझा की। इजरायल-फलस्तीन मुद्दे पर भारत की पहले से चली आ रही सैद्धांतिक नीति को जारी रखने के बारे में भी बताया।यह भी पढ़ेंः Israel-Hamas War: PM मोदी ने फलस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से की बात, बोले- मानवीय सहायता भेजते रहेंगे
इजरायली पीएम से पीएम मोदी की बात
पीएम मोदी इसके पहले इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से भी टेलीफोन पर बात की थी और हमास के हमले में मारे गये इजरायली जनता के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की थी। मोदी ने तब कहा था कि इस दुख की घड़ी में भारत की जनता इजरायल के साथ है।इसके पहले विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने साप्ताहिक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि भारत इजरायल-फलस्तीन विवाद में आम जनता के मारे जाने और मानवीय हालात की बिगड़ती स्थिति पर काफी चिंतित है।