'राष्ट्रीय प्रगति के लिए समृद्धि बढ़ना अच्छी बात', PM मोदी बोले- नए युग के मुहाने पर खड़ा भारत
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोशल मीडिया मंच लिंक्डइन पर लिखी एक टिप्पणी में कहा कि उन्होंने हाल ही में प्रकाशित दो शोधपरक लेख देखे हैं। उन्होंने इन रिपोर्ट से ऐसे कई आंकड़े पेश करते हुए कहा कि ये निष्कर्ष न केवल भारत के सामूहिक प्रयासों को दर्शाते हैं बल्कि एक देश के तौर पर भारत की क्षमता को भी दिखाते हैं।
क्या कुछ बोले PM मोदी?
उन्होंने इन रिपोर्ट में दिए गए कुछ आंकड़ों का जिक्र करते हुए कहा कि एसबीआई रिसर्च ने जमा किए गए आयकर रिटर्न (ITR) के आधार पर वित्त वर्ष 2022-23 में भारित औसत आय 13 लाख रुपये पर पहुंचने की बात कही है, जबकि कर आकलन वर्ष 2013-14 में यह 4.4 लाख रुपये थी।ये रिपोर्ट कुछ ऐसे पहलू पर रोशनी डालती हैं जिन्हें देखकर हमें बहुत खुश होना चाहिए। इसके मुताबिक, भारत न्यायोचित एवं सामूहिक समृद्धि हासिल करने की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति कर रहा है।
'दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है भारत'
प्रधानमंत्री मोदी वर्ष 2047 में देश की आजादी के 100 साल पूरा होने तक भारत को विकसित देश बनाने का संकल्प कई बार जता चुके हैं। भारत इस समय दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।राष्ट्रीय प्रगति के लिए समृद्धि बढ़ना अच्छी बात है। निस्संदेह हम आर्थिक समृद्धि के एक नए युग के मुहाने पर खड़े हैं और वर्ष 2047 तक 'विकसित भारत' का सपना पूरा करने की राह पर अग्रसर हैं।
ITR आंकड़ों का विश्लेषण
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वर्ष 2014 से लेकर 2023 के बीच जमा किए गए आईटीआर की तुलना करने पर सभी राज्यों में बढ़ी हुई कर भागीदारी की एक खुशनुमा तस्वीर नजर आती है। उन्होंने कहा,इसके साथ ही उन्होंने एसबीआई रिसर्च की रिपोर्ट के आधार पर कहा कि मणिपुर, मिजोरम और नगालैंड जैसे छोटे राज्यों ने भी पिछले नौ साल में आईटीआर दाखिल होने के मामले में 20 प्रतिशत से अधिक बढ़त दर्ज की है।प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह दर्शाता है कि न केवल लोगों की आमदनी बढ़ी है बल्कि कर अनुपालन भी बढ़ा है। यह हमारी सरकार के प्रति लोगों में मौजूद विश्वास की भावना की अभिव्यक्ति है।उदाहरण के तौर पर आईटीआई आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि उत्तर प्रदेश आईटीआर जमा करने के मामले में अग्रणी प्रदर्शन वाले राज्य के रूप में उभरा है।