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PM Modi in Denmark: भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे पीएम मोदी, आज जाएंगे फ्रांस

पीएम मोदी का यह यूरोप दौरा 2022 का पहला विदेश दौरा है। अपने तीन दिवसीय दौरे पर पीएम मोदी जर्मनी डेनमार्क के बाद आज फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emanuel Macron) से मिलेंगे। पेरिस जाने से पहले डेनमार्क में दूसरे भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।

By Babli KumariEdited By: Updated: Wed, 04 May 2022 08:26 AM (IST)
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प्रधानमंत्री मोदी अपने तीन दिवसीय यूरोप यात्रा पर हैं और आज फ्रांस के लिए होंगे रवाना ।
कोपेनहेगन [डेनमार्क],एएनआई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूरोप दौरे पर हैं। तीन दिन के इस दौरे पर प्रधानमंत्री मोदी जर्मनी और डेनमार्क के बाद आज फ्रांस जाएंगे। यूरोप की अपनी 3 दिवसीय यात्रा के अंतिम दिन के दौरान, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी नवनिर्वाचित राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन से मिलने के लिए पेरिस जाने से पहले डेनमार्क में दूसरे भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।

PM Modi in Denmark: भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे PM मोदी

डेनमार्क, आइसलैंड, फिनलैंड, स्वीडन और नॉर्वे के प्रधान मंत्री 2018 में स्टॉकहोम, स्वीडन में आयोजित पहले शिखर सम्मेलन के बाद दूसरे भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।

पीएम मोदी ने तीन दिवसीय यात्रा शुरू करने से पहले अपने प्रस्थान बयान में कहा था, 'सम्मेलन महामारी के बाद आर्थिक सुधार, जलवायु परिवर्तन, नवाचार और प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय ऊर्जा, अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा मुद्दों और भारत-नॉर्डिक जैसे विषयों पर ध्यान केंद्रित करेगा और आर्कटिक क्षेत्र में देगा सहयोग।'

नॉर्डिक देशों के नेताओं से भी करेंगे मुलाकात 

पीएम मोदी ने कहा कि वह शिखर सम्मेलन से इतर अन्य नॉर्डिक देशों के नेताओं से भी मुलाकात करेंगे और उनके साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा करेंगे। अपनी यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने जर्मनी और डेनमार्क के बिजनेस लीडर्स से भी मुलाकात की।

नवनिर्वाचित फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ मुलाकात के लिए शिखर सम्मेलन के बाद प्रधान मंत्री पेरिस में एक संक्षिप्त ठहराव करेंगे। प्रधान मंत्री मोदी ने अपनी वर्तमान यात्रा के दौरान जर्मनी और डेनमार्क के नेतृत्व के साथ द्विपक्षीय बातचीत की है, और बर्लिन और कोपेनहेगन दोनों में भारतीय प्रवासी कार्यक्रमों को संबोधित किया है।

पीएम मोदी ने अपनी यात्रा के दौरान जर्मनी और डेनमार्क दोनों के व्यापारिक नेताओं के साथ भी बातचीत की।

सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी छठे भारत-जर्मनी अंतर-सरकारी परामर्श में भाग लेने से पहले जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ के साथ द्विपक्षीय चर्चा के लिए बर्लिन पहुंचे। प्रधान मंत्री मोदी ने अंतर-सरकारी परामर्श को उपयोगी बताया।

नौ समझौतों पर किए गए हस्ताक्षर 

कुल मिलाकर, भारत और जर्मनी के बीच नौ समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए, जिसमें ग्रीन एंड सस्टेनेबल डेवलपमेंट पार्टनरशिप पर एक संयुक्त घोषणापत्र (JDI) शामिल है, जिसके तहत जर्मनी ने 2030 तक भारत को 10 बिलियन यूरो की नई और अतिरिक्त विकास सहायता प्रदान करने की प्रतिबद्धता जताई।

प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय समुदाय को किया संबोधित

भारतीय प्रधानमंत्री ने बर्लिन में भारतीय समुदाय को भी संबोधित किया जहां उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियों के बारे में बात की, विशेष रूप से शासन के साथ प्रौद्योगिकी को एकीकृत करने के क्षेत्र में।

अपनी यात्रा के हिस्से के रूप में, भारतीय प्रधान मंत्री दूसरे दिन कोपेनहेगन पहुंचे, जहां उन्होंने अपने डेनिश समकक्ष मेटे फ्रेडरिकसेन से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच व्यापार और पर्यावरण संरक्षण पर सहयोग सहित द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की।

कोपेनहेगन में दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच हरित सामरिक साझेदारी पर प्रगति की समीक्षा के लिए प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता भी की।

पीएम मोदी और उनके समकक्ष के बीच चल रहे संघर्ष के राजनयिक समाधान पर भी चर्चा हुई। पूर्व ने शत्रुता की शीघ्र समाप्ति के लिए भारत के रुख को दोहराया।

विदेश मंत्रालय के एक बयान के अनुसार डेनमार्क में भारतीय समुदाय के छात्रों, शोधकर्ताओं, पेशेवरों और व्यावसायिक व्यक्तियों के 1000 से अधिक सदस्यों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।

अपनी यात्रा के दूसरे दिन, पीएम मोदी ने कोपेनहेगन के अमालियनबोर्ग पैलेस में क्वीन मार्गरेट II द्वारा आयोजित रात्रिभोज में भाग लिया, जो उनके एजेंडे में अंतिम आइटम था।