PM Modi: सांस्कृतिक विरासत से जुड़ाव को पीएम मोदी ने दिया नया आयाम, बिहू उत्सव में भागीदारी इसका ताजा उदाहरण
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कई ऐसे उदाहरण प्रस्तुत किए हैं जिनमें वे अपने पूर्ववर्तियों से अलग नजर आते हैं। एक और क्षेत्र है जो मोदी को दूसरे पीएम से अलग करता है और वह है तमाम उत्सवों तथा देश की सांस्कृतिक विभिन्नता प्रदर्शित करने वाले आयोजनों से खुद को जोड़ना।
By Jagran NewsEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Fri, 14 Apr 2023 08:27 PM (IST)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री के रूप में नरेन्द्र मोदी ने कई ऐसे उदाहरण प्रस्तुत किए हैं, जिनमें वे अपने पूर्ववर्तियों से अलग नजर आते हैं। एक और क्षेत्र है जो मोदी को दूसरे पीएम से अलग करता है और वह है तमाम उत्सवों तथा देश की सांस्कृतिक विभिन्नता प्रदर्शित करने वाले आयोजनों से खुद को जोड़ना। शुक्रवार को असम में बिहू उत्सव में पीएम की भागीदारी इसका ताजा उदाहरण है।
तमिल नववर्ष में शामिल हुए थे पीएम
एक दिन पहले वह तमिल नव वर्ष के उत्सव में शामिल हुए और अगले दिन असम की पहचान माने जाने वाले बिहू समारोह के साक्षी बने। पिछले साल भी मोदी बिहू उत्सव में शामिल हुए थे। तब उन्होंने केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल के घर में आयोजित इस समारोह में भाग लिया था। देश की सांस्कृतिक विरासत और क्षेत्रीय विभिन्नता के साथ उनका निरंतर संपर्क और जुड़ाव पीएम के रूप में उनके अब तक के कार्यकाल का एक स्थायी गुण रहा है।
ईस्टर में शामिल हुए थे पीएम
गत रविवार को पीएम ईस्टर के अवसर पर दिल्ली के सैक्रेड हार्ट कैथेड्रल चर्च गए थे। यह अपने आप में एक अनोखा अवसर था। चर्च के आर्कबिशप ने कहा भी कि यह पहली बार है जब किसी पीएम ने चर्च का दौरा किया है और उनके इस कदम का पूरे ईसाई समुदाय के लिए विशेष महत्व है। चर्च में करीब बीस मिनट बिताने के दौरान पीएम ने प्रार्थना में भी हिस्सा लिया।पिछले माह मोदी पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू द्वारा आयोजित उगाडी समारोह में भी शामिल हुए। वह किस तरह देश के हर हिस्से की पहचान माने जाने वाले समारोहों से खुद को जोड़ रहे हैं, इसकी बानगी फरवरी में कन्नड़ संस्कृति से जुड़े बारिसु दीम महोत्सव के उद्घाटन से मिलती है।
श्री गुरु नानक देव की जयंती समारोह में पीएम मोदी
इसके पहले नवंबर में उन्होंने राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा के आवास पर आयोजित श्री गुरु नानक देव की जयंती समारोह में भाग लिया था। इसी महीने पीएम ने पूर्वोत्तर के प्रति अपने जुड़ाव का प्रदर्शन करते हुए मणिपुर के संगाई महोत्सव को वीडियो संदेश के जरिये संबोधित किया था।अगर पिछले साल ही की बात की जाए तो पीएम कुल्लू (हिमाचल प्रदेश) के ढालपुर मैदान में कुल्लू दशहरा उत्सव, अहमदाबाद में नवरात्र आयोजन तथा केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के घर में गणेश चतुर्थी समारोह में शामिल हो चुके हैं। इसी तरह पीएम पिछले साल बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर कुशीनगर में महापरिनिर्वाण स्तूप में प्रार्थना में भी शामिल हुए थे। वह बुद्ध की जन्मस्थली लुंबिनी (नेपाल) भी गए थे।