आम लोगों को समझ आने वाले शब्दों में जानकारी दे मौसम विभाग, PM Modi ने हाई लेवल मीटिंग में दिए निर्देश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को आगामी गर्मी के मौसम की तैयारियों को लेकर एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में पीएम मोदी को आने वाले कुछ माहीनों के दौरान भारतीय मौसम विभाग के मौसम पूर्वानुमान और सामान्य मानसून की संभावना के बारे में जानकारी दी गई। फोटो- narendramodi
By AgencyEdited By: Sonu GuptaUpdated: Mon, 06 Mar 2023 09:38 PM (IST)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। इस बार तेज गर्मी पड़ने का अंदेशा है। ऐसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए केंद्र के स्तर पर अभी से तैयारियों तेज हो गई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को गर्मी की बढ़ रही तपिश से निपटने के लिए संबंधित विभागों को अलर्ट किया है। साथ ही आम लोगों और खेती पर पड़ने वाले इसके प्रभाव से बचाने के लिए जरूरी तैयारी करने के निर्देश है।
हर दिन मौसम की जानकारी मुहैया कराए IMD
पीएम ने इस दौरान मौसम विभाग से भी हर दिन मौसम की अपडेट जानकारी मुहैया कराने को कहा है। गर्मी से निपटने के लिए पीएम की ओर से बुलाई गई इस उच्च स्तरीय बैठक में मौसम विभाग के अधिकारियों के साथ ही कैबिनेट सचिव के साथ गृह , स्वास्थ्य और जल शक्ति से जुड़े सचिव शामिल थे।
सिंचाई और पेयजल से जुड़ी तैयारियों को बेहतर रखने की जरूरत
पीएम ने इस दौरान जिन पहलुओं पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत बताई, उनमें रबी की फसलों पर इसके प्रभाव पर नजर रखना है। गेहूं की फसल को लेकर खासतौर पर चिंता जताई जा रही थी। अच्छी बात यह है कि अब तक इसके कुप्रभाव को लेकर कोई सूचना नहीं आई है क्योंकि रात का तापमान 15 डिग्री के आसपास ही बना हुआ है। लेकिन सिंचाई और पेयजल से जुड़ी बेहतर तैयारियों को रखने की जरूरत है।अस्पतालों की तैयारियों पर ध्यान देने की जरूरत
देश के कई हिस्सों में गर्मी के मौसम में सिंचाई और पेयजल आदि का संकट देखने को मिलता है। इस बीच जंगल में लगने वाले आग से भी निपटने के लिए भी समय रहते जरूरी तैयारी करने को कहा है। पीएम मोदी ने इसके अलावा राज्यों और स्वास्थ्य विभाग से सभी अस्पतालों में इसे लेकर विशेष तैयारी भी रखने के लिए कहा है। खासकर आग से निपटने की तैयारियों को पुख्ता रखने के निर्देश दिए है।
लोगों के बर्ताव को लेकर गाइडलाइन तैयार करें मौसम विभाग
पीएम ने इस दौरान मौसम विभाग को निर्देश दिया है कि वह गर्मी के दिनों में लोगों के बर्ताव को लेकर भी एक गाइडलाइन तैयार करें। जिसमें उन्हें क्या करना है और क्या नहीं करना है इसकी जानकारी मुहैया कराई जाए। वहीं, हर दिन के मौसम और मौसम के पूर्वानुमान की जानकारी भी समय रहते देने के निर्देश दिए है। इसके लिए टीवी, रेडियो व समाचार पत्रों आदि की मदद लेने का भी सुझाव दिया है।बता दें कि इस बार जिस तरह से फरवरी महीने में ही गर्मी पिछले सालों के मुकाबले ज्यादा पड़ी है, जिसका तापमान दो से तीन डिग्री अधिक था।