PM Modi in Assam: 'हमने विकास और विरासत को बनाया अपनी नीति', असम में 11 हजार करोड़ की परियोजनाओं का अनावरण करते हुए बोले पीएम
PM Modi in Assam पीएम ने असम के खानापारा स्थित वेटरनरी कॉलेज खेल मैदान में एक रैली को भी संबोधित किया। पीएम ने इस दौरान कहा कि कोई भी देश अपने अतीत को मिटाकर भुलाकर कभी विकसित नहीं हो सकता। पीएम ने आगे कहा कि मुझे संतोष है कि हमारी सरकार आने के बाद बीते 10 वर्षों में अब भारत में स्थितियां बदल गई हैं।
एजेंसी, गुवाहाटी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम में आज लगभग 11,600 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाएं की शुरुआत की। विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करते हुए पीएम ने कहा कि कोई भी देश अपने अतीत को मिटाकर, भुलाकर, कभी विकसित नहीं हो सकता।
10 वर्षों में अब भारत में स्थितियां बदल गई
पीएम ने असम के खानापारा स्थित वेटरनरी कॉलेज खेल मैदान में एक रैली को भी संबोधित किया। यहां पीएम ने कहा कि मुझे संतोष है कि हमारी सरकार आने के बाद बीते 10 वर्षों में अब भारत में स्थितियां बदल गई हैं। भाजपा की डबल इंजन सरकार ने 'विकास और विरासत' को अपनी नीति का हिस्सा बनाया है।
PM Shri @narendramodi lays foundation stone, inaugurates various projects at Guwahati. https://t.co/U69GOy30wH
— BJP (@BJP4India) February 4, 2024
असम में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देंगे
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि वे असम में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देंगे, साथ ही स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के रास्ते भी बढ़ाएंगे और उन्हें खेलों के लिए प्रोत्साहित करेंगे।पीएम ने कहा कि असम में भाजपा की सरकार से पहले केवल 6 मेडिकल कॉलेज थे, जबकि आज यहां 12 मेडिकल कॉलेज हैं। असम आज नॉर्थ ईस्ट में कैंसर के इलाज का बहुत बड़ा केंद्र बन रहा है। पिछले 10 वर्षों में हमारी सरकार ने यहां विकास पर होने वाले खर्च को 4 गुना बढ़ाया है।
मोदी की गारंटी यानी गारंटी पूरा होने की गारंटी
मोदी ने कहा कि आज पूरा देश कह रहा है कि मोदी की गारंटी यानी गारंटी पूरा होने की गारंटी। मैंने गरीबों, महिलाओं, युवाओं और किसानों को मूल सुविधाएं देने की गारंटी दी है। आज इनमें से अधिकतर गारंटियां पूरी हो रही हैं।पहले की सरकारों की सोच छोटी थी
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि छोटे लक्ष्य रखकर कोई भी देश, कोई भी राज्य तेज विकास नहीं कर सकता। पहले की सरकारें न बड़े लक्ष्य तय करती थी और न ही अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए मेहनत करती थी, हमने पहले की सरकारों की इस सोच को भी बदल दिया है।