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Man Ki Baat: 'आर्टिफिशियल एजेंसी तकनीक से आएगा बड़ा बदलाव', साल के आखिरी 'मन की बात' कार्यक्रम में क्या-क्या बोले पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (31 दिसबंर) को अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने बताया कि कैसे आर्टिफिशियल एजेंसी (AI) जैसी नई टेक्नॉलिजी ने समाज के विभिन्न क्षेत्रों में सुविधा ला दी है।बता दें कि इस कार्यक्रम के दौरान स्वदेशी एआई-संचालित भाषिनी ऐप ने पीएम मोदी के शब्दों का हिंदी से तमिल में आसानी से उचित अनुवाद किया था।

By Agency Edited By: Nidhi Avinash Updated: Sun, 31 Dec 2023 03:35 PM (IST)
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साल के आखिरी 'मन की बात' कार्यक्रम में क्या-क्या बोले पीएम मोदी (Image: ANI)

एएनआई, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (31 दिसबंर) को अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के जरिए देशवासियों को संबोधित किया।

बता दें कि ये साल का आखिरी मन की बात कार्यक्रम है। इस दौरान पीएम मोदी ने देशवासियों को 2024 की शुभकामनाएं दी। इस दौरान पीएम मोदी ने बताया कि कैसे आर्टिफिशियल एजेंसी (AI) जैसी नई टेक्नॉलिजी ने समाज के विभिन्न क्षेत्रों में सुविधा ला दी है।

काशी-तमिल संगमम कार्यक्रम को किया याद

उत्तर प्रदेश में काशी-तमिल संगमम कार्यक्रम को याद करते हुए,उन्होंने कहा कि काशी-तमिल संगमम में भाग लेने वाले लोग इस प्रयोग से उत्साहित थे। बता दें कि इस कार्यक्रम के दौरान स्वदेशी एआई-संचालित भाषिनी ऐप ने पीएम मोदी के शब्दों का हिंदी से तमिल में आसानी से उचित अनुवाद किया था।

पीएम मोदी ने इस टेक्नॉलिजी को याद करते हुए कहा, 'कुछ दिन पहले काशी में एक प्रयोग हुआ था, जिसे मैं मन की बात श्रोताओं के साथ जरूर साझा करना चाहूंगा। आप जानते ही होंगे कि काशी-तमिल संगमम में हिस्सा लेने के लिए हजारों लोग तमिलनाडु से काशी पहुंचे। वहां, मैंने पहली बार किसी सार्वजनिक मंच से उनसे संवाद करने के लिए AI उपकरण 'भाषिणी' का उपयोग किया। मैं मंच से हिंदी में संबोधित कर रहा था, लेकिन एआई टूल भाषिनी की बदौलत, तमिलनाडु के लोग जो वहां मौजूद थे, तमिल में मेरा संबोधन सुन रहे थे, जिसका वास्तविक समय में अनुवाद किया गया।'

टेक्नोलॉजी एक नई शुरुआत

पीएम ने आगे कहा कि टेक्नोलॉजी एक नई शुरुआत है और उम्मीद जताई कि इससे उनकी आवाज को जनता तक आसानी से पहुंचने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि 'वह दिन दूर नहीं, जब भाषण किसी भी भाषा में दिया जाएगा, लेकिन दर्शक वास्तविक समय में उसी भाषण को अपनी भाषा में सुन सकेंगे। यही सुविधा भविष्य में फिल्मों में भी उपलब्ध होगी। जिसे थिएटर हॉल में दर्शकों को एआई की मदद से वास्तविक समय में अनुवाद सुनने को मिलेगा। उन्होंने आगे कहा कि ऐसी तकनीक लागू होने के बाद न्यायपालिका और शिक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में कामकाज में आसानी होगी।'

AI से आएगा बड़ा बदलाव

जब इस तकनीक का बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाएगा तो हमारे स्कूलों, अस्पतालों और अदालतों में एक बड़ा बदलाव आएगा। प्रधानमंत्री ने युवा पीढ़ी से वास्तविक समय में अनुवाद से संबंधित एआई उपकरणों को बड़े पैमाने पर तलाशने और उन्हें 100 प्रतिशत पूर्ण प्रमाण बनाने का भी आग्रह किया। इससे पहले 17 दिसंबर को वाराणसी में काशी तमिल संगमम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के दौरान एक वास्तविक समय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-आधारित अनुवाद उपकरण का उपयोग किया गया था।

तमिल समझने वाले दर्शकों के लिए 'भाषिणी' के माध्यम से ऐसा किया गया। 'भाषिणी' एक एआई-आधारित भाषा अनुवाद प्रणाली है जो लोगों को अन्य भारतीय भाषाओं के बोलने वालों से बात करते समय अपनी भाषा में बात करने में सक्षम बनाती है। इस बीच लखनऊ में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम को सुना।

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