पीएम मोदी का विपक्षी दलों पर निशाना, बोले: सभी भ्रष्टाचारी एक मंच पर आ रहे साथ
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नवनिर्मित भाजपा के केंद्रीय कार्यालय का उद्घाटन करने पार्टी मुख्यालय पहुंचे हैं। पीएम मोदी ने एक ट्वीट के माध्यम से बताया था कि पार्टी कार्यालय का यह विस्तार कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार करेगा। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा समारोह की अध्यक्षता करेंगे।
By AgencyEdited By: Amit SinghUpdated: Tue, 28 Mar 2023 11:14 PM (IST)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली: विपक्ष द्वारा लगाए जा रहे तमाम आरोपों का करारा जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस सहित अन्य दलों की न सिर्फ नीयत पर सवाल उठाया, बल्कि उनके प्रयासों को भारत विरोधी साजिश भी करार दिया। पार्टी के केंद्रीय कार्यालय के विस्तार का लोकार्पण करते हुए उन्होंने कहा कि आज सारा देश देख रहा है कि कैसे भ्रष्टाचार में लिप्त चेहरे एक साथ एक मंच पर आ रहे हैं। भारत विरोधी शक्तियां एकजुट हो रही हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने नौ साल में भ्रष्टाचार के विरुद्ध जो अभियान चलाया है, उसने भ्रष्टाचारियों की जड़ें हिला दी हैं।
पीएम का विपक्ष पर निशाना
पीएम मोदी ने पार्टी के विकास यात्रा का उल्लेख करने के बाद विपक्षी दलों को निशाने पर ले लिया। उन्होंने कहा कि आज विश्व के बड़े मंचों पर भारत का डंका बज रहा है। ऐसे में देश के भीतर और बाहर बैठी भारत विरोधी शक्तियों का एकजुट होना स्वाभाविक है। यह शक्तियां किसी भी तरह भारत से विकास का यह अमृतकाल का कालखंड छीन लेना चाहती हैं। आज भारत फिर बुलंदी की तरफ जा रहा है तो इसके पीछे संवैधानिक संस्थाओं की मजबूत नींव है। इसीलिए इन संस्थाओं पर चोट की जा रही है। उनकी विश्वसनीयता खत्म करने की साजिश की जा रही है। जो भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, उन पर जब एजेंसियां कार्रवाई करती हैं तो उन पर हमला किया जाता है। कोर्ट निर्णय करे तो उस पर सवाल उठाया जाता है। कुछ दलों ने मिलकर भ्रष्टाचारी बचाओ अभियान छेड़ा हुआ है।
भ्रष्टाचार ने देश का बहुत नुकसान किया
पीएम मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार ने हमारे देश का बहुत नुकसान किया है, दीमक की तरह खोखला किया है। जनता देख रही है कि पहले की सरकारों ने कैसे भ्रष्टाचार पर कार्रवाई के नाम पर केवल खानापूर्ति की। नौ साल में जो अभियान चला है, उसने भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों की जड़ें हिला दी हैं। यह इस बात का प्रमाण है कि जब भाजपा आती है तो भ्रष्टाचार भागता है। पीएम ने आंकड़ों के साथ दावा किया कि प्रिवेंशन आफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत 2004 से 2014 के बीच पांच हजार करोड़ की संपत्ति जब्त की गई। इसी कानून के तहत नौ वर्षों में एक लाख दस हजार करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त की गई है। इस कानून के तहत पहले के मुकाबले दोगुणा से ज्यादा केस दर्ज किए गए हैं, पंद्रह गुना ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है।कांग्रेस शासन के दौरान बैंकों में हुई लूटी
नीरव मोदी, मेहुल चौकसी जैसे मुद्दे उठा रही कांग्रेस को पीएम मोदी ने दो टूक जवाब दिया। कहा कि कुछ लोगों ने कांग्रेस शासन के दौरान बैंकों को जमकर लूटा। 22000 करोड़ रुपये का नुकसान कर विदेश भाग गए। भाजपा ने इन लोगों की करीब बीस हजार करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त करा दी। पांच हजार केस दर्ज किए गए हैं। भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे हुए सैकड़ों अधिकारियों को संविधान और नियम दिखाकर जबरन सेवानिवृत्त किया गया, कार्रवाई तक की गई। उन्होंने कहा कि आजादी के सात दशकों में पहली बार भ्रष्टाचार पर इस तरह चोट हो रही है। जनता इससे खुश है। मैं जहां जाता हूं, जनता यही कहती है, मोदी जी रुकना मत। तंज कसा कि जब हम इतना सारा करेंगे तो कुछ लोग तो नाराज होंगे ही। अपना गुस्ससा भी निकालेंगे, लेकिन इनके झूठे आरोपों से न देश झुकेगा, न भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई थमने वाली है।
मुझे भी जेल में डालने के लिए बिछाए थे जाल
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर हमला तीखा करते हुए कहा कि कांग्रेस के नेता कभी कहा करते थे कि जनसंघ को जड़ से उखाड़कर फेंक देंगे। आज की कांग्रेस कहती है- मोदी तेरी कब्र खुदेगी। जनसंघ को मिटाने की, भाजपा को मिटाने की अनेक बार साजिश हुई। यह वो लोग हैं, जिन्होंने मुझे भी जेल में डालने के लिए क्या-क्या जाल नहीं बिछाए, लेकिन पूरी तरह नाकाम रहे। हम बचे हैं, फले-फूले हैं तो जनता के आशीर्वाद, देशवासियों के प्रेम से। हम देशवासियों के प्यार से आगे बढ़े हैं, बढ़े रहे हैं और बढ़ते रहेंगे। हमें याद रखना है कि हमारी यह लड़ाई आसान नहीं है। भाजपा को डगर-डगर पर भ्रष्टचार, भाई-भतीजावाद, संप्रदायवाद, जातिवाद और भारत विरोधी ताकतों से लड़ना है।हमने तो नहीं लगाए झूठे आरोप
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस को आईना दिखाते हुए कहा कि 1984 में जो हुआ, देश कभी उस काले पृष्ठ को भूल नहीं सकता। उसके बाद जो चुनाव हुआ, उसमें कांग्रेस को ऐतिहासिक बहुमत मिला। भावनाओं से भरा वह माहौल था। उस आंधी में हम भी लगभग बुरी तरह से थक गए थे, लेकिन हताश नहीं हुए। हम निराश नहीं हुए। हमने किसी और में दोष ढूंढने की कोशिश नहीं की। आरोप-प्रत्यारोप के चक्कर में नहीं पड़े, बल्कि जनता के बीच काम किया।