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Global Maritime India Summit 2023 में पीएम मोदी ने दिया मंत्री, बोले- 'मेक इन इंडिया, मेड फॉर वर्ल्ड'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ग्लोबल मैरीटाइम इंडिया समिट 2023 का उद्घाटन किया। मालूम हो कि यह समिट का तीसरा संस्करण है। इस संस्करण का आयोजन मुम्बई के MMRDA मैदान में किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस कार्यक्रम में गोवा और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री व डिप्टी सीएम भी शामिल हुए हैं।

By Jagran NewsEdited By: Shalini KumariUpdated: Tue, 17 Oct 2023 12:05 PM (IST)
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ग्लोबल मैरीटाइम इंडिया समिट के तीसरे संस्करण का उद्घाटन
ऑनलाइन डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ग्लोबल मैरीटाइम इंडिया समिट 2023 का उद्घाटन किया। मालूम हो कि यह समिट का तीसरा संस्करण है। इस संस्करण का आयोजन मुंबई के MMRDA मैदान में किया गया है। पीएम मोदी ऑनलाइन के माध्यम से यहां लोगों को संबोधित कर रहे हैं। इस कार्यक्रम में गोवा और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री व डिप्टी सीएम भी शामिल हुए हैं।

पीएम मोदी ने ऑनलाइन माध्यम से किया संबोधन

ग्लोबल मैरीटाइम इंडिया समिट 2023 के तीसरे संस्करण के उद्घाटन में पीएम मोदी ने कहा, "ग्लोबल मैरीटाइम इंडिया समिट के तीसरे संस्करण में मैं आप सभी का अभिनंदन करता हूं। इससे पहले जब हम 2021 में मिले थे, तब पूरी दुनिया कोरोना की अनिश्चितता से घिरी हुई थी। कोई नहीं जानता था कि कोरोना के बाद का विश्व कैसा होगा, लेकिन आज दुनिया में एक नया World Order आकार ले रहा है।"

टॉप 3 इकोनॉमिक देशों में होगा भारत

पीएम मोदी ने पूरा भरोसा जताते हुए कहा कि वो दिन अब दूर नहीं है, जब भारत, दुनिया के टॉप 3 इकोनॉमिक देशों में शामिल हो जाएगा। उन्होंने कहा, "इस बदलते हुए वर्ल्ड ऑर्डर में पूरा विश्व भारत की ओर नई आकांक्षाओं से देख रहा है। आर्थिक संकट से घिरी हुई दुनिया में भारत की अर्थव्यवस्था लगातार मजबूत  हो रही है। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की टॉप 3  इकोनॉमिक देशों में से एक होगा।"

IMEEC प्रोजेक्ट का किया जिक्र

इतिहास साक्षी है कि जब भी भारत की मैरीटाइम क्षमता मजबूत रही है, देश और दुनिया को इससे बहुत लाभ हुआ है। इसी सोच के साथ बीते 9 वर्षों से हम इस सेक्टर को सशक्त करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम कर रहे हैं। हाल ही में भारत की पहल पर एक ऐसा कदम उठाया गया है, जो 21वीं सदी में दुनिया भर की मैरीटाइम इंडस्ट्री के कायाकल्प का सामर्थ्य रखता है। G20 समिट के दौरान इंडिया-मिडिल ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर (IMEEC) पर ऐतिहासिक सहमति बनी है।"

तटीय क्षेत्रों का इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने का प्रयास

इस प्रोजेक्ट का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, "सैंकड़ों वर्ष पहले सिल्क रूट ने वैश्विक व्यापार को गति दी थी, ये दुनिया के कई देशों के विकास का आधार बना था। अब ये ऐतिहासिक कॉरिडोर भी क्षेत्रीय और वैश्विक व्यापार की तस्वीर बदल देगा। पोर्ट कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए हमने हजारों किमी की नई सड़कें बनाई हैं। सागरमाला परियोजना से भी हमारे तटीय क्षेत्रों का इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत किया जा रहा है। ये सारे प्रयास रोजगार सृजन और जीवनयापन की आसानी को कईं गुना बढ़ा रहे हैं।"

लोथल गोदी एक विश्व धरोहर

पीएम मोदी ने कहा, "मैरीटाइम टूरिज्म को बढ़ाने के लिए हमने विश्व की सबसे बड़ी 'रिवर क्रूज सर्विस' की शुरुआत की है। भारत अपने अलग-अलग पोर्ट पर इससे जुड़े कई प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा, "भारत का लोथल गोदी एक विश्व धरोहर है, इसके संरक्षण के लिए लोथल में राष्ट्रीय समुद्री विरासत परिसर की स्थापना की जा रही है। मैं आप सभी से आग्रह करता हूं कि एक बार वहां जरूर आएं!"

पीएम मोदी ने दिया मंत्र

GMIS 2023 के तीसरे संस्करण में पीएम मोदी ने कहा, "आने वाले दशकों में, भारत दुनिया के शीर्ष पांच जहाज निर्माण देशों में से एक बनने वाला है। हमारा मंत्र है 'मेक इन इंडिया, मेक फॉर वर्ल्ड' है। आने वाले समय में, हम देश में कई जगह जहाज निर्माण और मरम्मत केंद्र विकसित करने जा रहे हैं।"

इस कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने देश को 23,000 करोड़ रुपये से अधिक के परियोजनाओं की सौगात दी। उन्होंने कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।

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