PM मोदी ने बाइडन को गणतंत्र दिवस समारोह में किया आमंत्रित: अमेरिकी राजदूत गार्सेटी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत की अध्यक्षता में जी-20 शिखर सम्मेलन का सफल आयोजन हुआ। इस समारोह से इतर प्रधानमंत्री मोदी ने पीएम आवास 7 लोक कल्याण मार्ग में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने बाइडन को 26 जनवरी- गणतंत्र दिवस समारोह के लिए आमंत्रित किया।
By AgencyEdited By: Anurag GuptaUpdated: Wed, 20 Sep 2023 08:44 PM (IST)
नई दिल्ली, एएनआई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत की अध्यक्षता में जी-20 शिखर सम्मेलन का सफल आयोजन हुआ। इस समारोह से इतर प्रधानमंत्री मोदी ने पीएम आवास, 7 लोक कल्याण मार्ग में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ द्विपक्षीय वार्ता की थी।
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने जो बाइडन को गणतंत्र दिवस समारोह में आमंत्रित किया था। अगर आमंत्रण स्वीकार किया जाता है तो साल 2015 के बाद दूसरे अमेरिकी राष्ट्रपति होंगे जिन्हें भारत के गणतंत्र दिवस पर राजकीय मेहमान बनने का अवसर मिलेगा। तब प्रधानमंत्री मोदी के आमंत्रण पर तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा भारत दौरे पर आये थे।
इसके पहले सूत्रों ने यह जानकारी दी थी कि अगले वर्ष के गणतंत्र दिवस के अवसर पर भारत क्वाड संगठन के शेष तीनों देशों अमेरिका के राष्ट्रपति के अलावा आस्ट्रेलिया और जापान के प्रधानमंत्रियों को भी आमंत्रित करने की योजना बना रहा है। अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि जापान व आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्रियों को यह आमंत्रण दिया गया है या नहीं।
क्या कुछ बोले अमेरिकी राजदूत?
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने कहा कि जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री मोदी ने द्विपक्षीय बैठक के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को 26 जनवरी- गणतंत्र दिवस समारोह के लिए आमंत्रित किया।
US President Joe Biden has been invited to the January 26-Republic Day celebrations by PM Modi, during the bilateral meeting on the sidelines of the G20 summit, says US Ambassador Eric Garcetti. pic.twitter.com/FfrjWrnbd1
— ANI (@ANI) September 20, 2023
'हम कनाडा की करते हैं परवाह'
वहीं, भारत-कनाडा विवाद पर एरिक गार्सेटी का कहना है कि कनाडा हमारा उत्तरी पड़ोसी है। हम भारत की तरह ही कनाडा की भी परवाह करते हैं। मुझे ऐसा लगता है कि यह हमारे रिश्ते को परिभाषित नहीं करता है, लेकिन यह निश्चित रूस से प्रगति को धीमा कर सकता है।उन्होंने कहा कि जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराना चाहिए। साथ ही हमें उम्मीद है कि पारंपरिक मित्र और साझेदार इसकी तह तक जाने में सहयोग करेंगे।