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2014 से शुरू हुआ 'मन की बात' का कारवां, अब पीएम मोदी के सशक्त भारत के सपने को कर रहा साकार

पीएम मोदी के मन की बात के 100वें एपिसोड का आज यानी 30 अप्रैल 2023 को प्रसारण हुआ। इसका पहला एपिसोड 2014 में प्रसारित हुआ था। आज मन की बात जन आंदोलन का रूप ले चुका है और पीएम मोदी के सशक्त भारत के सपने को साकार कर रहा है।

By Achyut KumarEdited By: Achyut KumarUpdated: Sun, 30 Apr 2023 04:01 PM (IST)
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Mann Ki Baat से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
नई दिल्ली, जागरण डेस्क। PM Modi Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 'मन की बात' के 100वें एपिसोड का आज यानी 30 अप्रैल 2023 को प्रसारण हुआ। यह रेडियो कार्यक्रम लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है। आइए इस कार्यक्रम से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों पर नजर डालते हैं...

'मन की बात' के पहले एपिसोड का कब हुआ प्रसारण?

'मन की बात' के पहले एपिसोड का प्रसारण तीन अक्टूबर 2014 को हुआ। यह एपिसोड 14 मिनट का था। अप्रैल 2015 से इसका प्रसारण हर महीने के आखिरी रविवार को होने लगा। इसके अंग्रेजी संस्करण की शुरुआत 31 जनवरी 2016 से तो संस्कृत संस्करण की शुरुआत 28 मई 2017 से हुई। जनवरी 2015 में 'मन की बात' के चौथे एपिसोड का प्रसारण हुआ, तब से इसकी प्रसारण अवधि 30 मिनट यानी आधे घंटे रहने लगी।

'मन की बात' का कितने भाषाओं में होता है प्रसारण?

पीएम मोदी की 'मन की बात' का 23 भाषाओं और 29 बोलियों में प्रसारण होता है। इसमें से 25 बोली पूर्वोत्तर और चार बोली छत्तीसगढ़ की है। इसके अलावा, 'मन की बात' का फ्रेंच, चीनी, इंडोनेशियाई, अरेबिक और पश्तो समेत 11 विदेशी भाषाओं में भी प्रसारण होता है।

'मन की बात' में इन मुद्दों का हुआ जिक्र

'मन की बात' में प्रेरणादायक कहानियों का 730 बार, सफाई अभियान का 52 बार, स्वास्थ्य जागरूकता का 28 बार, जवानों की बहादुरी का 24 बार, खेल और इससे जुड़ी उपलब्धियों का 23 बार, महिला सशक्तिकरण का 307 बार, खादी का 14 बार और योग का 30 बार जिक्र किया गया।

'मन की बात' के 100वें एपिसोड का संयुक्त राष्ट्र में प्रसारण

'मन की बात' के 100वें एपिसोड का संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में भी सीधा प्रसारण किया गया। इससे पहले संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन ने ट्वीट कर कहा था- ऐतिहासिक क्षण के लिए तैयार हो जाइए। पीएम मोदी की 'मन की बात' के 100वें एपिसोड का 30 अप्रैल को यूएन मुख्यालय में ट्रस्टीशिप काउंसिल चैंबर में सीधा प्रसारण होने वाला है। न्यूयार्क में भारतीय महावाणिज्य दूतावास में भी 'मन की बात' का प्रसारण किया जाएगा।

'मन की बात' ने असली भारत से कराया परिचित

पीएम मोदी की 'मन की बात' ने लोगों को असली भारत से परिचित कराया है। इसे सुनने वाले 75 प्रतिशत से अधिक लोगों का मानना है कि इस कार्यक्रम से वे अधिक जागरूक हुए हैं। उन्हें उन लोगों के बारे में भी जानकारी मिली है, जो भारत के दूरदराज इलाके में नि:स्वार्थ भाव से लोगों के जीवन स्तर में बदलाव करने के लिए काम कर रहे हैं। इंडियन इंस्टीट्यूट आफ मास कम्युनिकेशन (IIMC) द्वारा किए गए अध्ययन में यह बात सामने आई है।

100 करोड़ लोग सुन चुके हैं 'मन की बात'

आइआइएम रोहतक के एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि 'मन की बात' को अब तक 100 करोड़ लोग सुन चुके हैं, वहीं 99 प्रतिशत लोग इससे वाकिफ हैं। अध्ययन में बताया गया कि 23 करोड़ लोग 'मन की बात' को नियमित रूप से, जबकि 41 करोड़ लोग कभी-कभी सुनते हैं।

'मन की बात' ने खड़ा किया जन आंदोलन

एक रिपोर्ट में बताया गया है कि 'मन की बात कार्यक्रम' ने एक जन आंदोलन खड़ा किया है। इसने सतत विकास प्रयासों को भी बढ़ावा दिया है। रिपोर्ट में कहा गया कि इस रेडियो कार्यक्रम ने बड़े पैमाने पर सामाजिक व्यवहार में परिवर्तन किया है।