Tourism in India: 'अपने प्रियजनों के साथ देश में ही मनाएं छुट्टियां', PM Modi ने घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने पर दिया जोर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को देश में घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने के अपने आह्वान को एक बार फिर से दोहराया।उन्होंने कहा कि अगर आप छुट्टियों की योजना बना रहे हैं तो अपनी मातृभूमि में पर्यटन स्थलों को देखें और अपने प्रियजनों के साथ इन स्थानों पर जाने पर विचार करें।उन्होंने कहा कि भारत में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आप जो भी कर सकते हैं वह करें।
एएनआई, रामेश्वरम। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को देश में घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने के अपने आह्वान को एक बार फिर से दोहराया। उन्होंने कहा कि अगर आप छुट्टियों की योजना बना रहे हैं, तो अपनी मातृभूमि में पर्यटन स्थलों को देखें और अपने प्रियजनों के साथ इन स्थानों पर जाने पर विचार करें।
देश में पर्यटन को बढ़ावा और पानी संरक्षण पर जोर
गुजरात में खोडलधाम ट्रस्ट कैंसर अस्पताल के शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने देशवासियों से देश में पर्यटन को बढ़ावा देने सहित नौ गंभीर प्रतिज्ञा लेने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा कि भारत में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आप जो भी कर सकते हैं वह करें। प्रधानमंत्री ने इस दौरान देशवासियों से पानी की एक-एक बूंद बचाने और जल संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने पर भी जोर दिया।
स्थानीय रूप से निर्मित उत्पादों को दें बढ़ावाः पीएम मोदी
पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि मैं अपने सभी देशवासियों से भी आग्रह करूंगा कि वे अपने गांवों, इलाकों और शहरों को स्वच्छता में नंबर वन बनाने का प्रयास करें। वोकल फॉर लोकल के बारे बोलते हुए उन्होंने कहा कि स्थानीय रूप से निर्मित उत्पादों को बढ़ावा दें और किसानों को प्राकृतिक खेती के बारे में जागरूक करें। उन्होंने कहा कि रोजमर्रा के आहार में बाजरा जैसे खाद्य पदार्थों और मोटो अनाजों को भी शामिल करें।
पीएम मोदी ने देश में ही शादी समारोह करने पर दिया जोर
पीएम मोदी ने 'मेक इन इंडिया' की तर्ज पर 'वेड इन इंडिया' पर जोर देते हुए कहा कि क्या विदेश में शादियां आयोजित करना जरूरी है? क्या हम अपने देश में ऐसे समारोह आयोजित नहीं कर सकते? यह हमारा पैसा है। उन्होंने कहा कि जब हम दूसरे देश में शादियां आयोजित करते हैं तो भारत का पैसा विदेशी खजाने को भरता है। उन्होंने कहा कि विदेश में विवाह समारोह आयोजित करने की इस प्रवृत्ति को बंद किया जाना चाहिए।