Move to Jagran APP

Bangladesh Issue: पहली बार मुहम्मद यूनुस से पीएम मोदी ने फोन पर की बात, हिंदुओं की सुरक्षा का मिला आश्वासन

Bangladesh Issue बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की और उन्हें अपने देश में हिंदुओं और सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का आश्वासन दिया। बता दें कि शेख हसीना के पद और देश छोड़ने के बाद मुहम्मद यूनुस ने अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार के रूप में शपथ ली थी।

By Jagran News Edited By: Ajay Kumar Updated: Fri, 16 Aug 2024 06:33 PM (IST)
Hero Image
मुहम्मद यूनुस और पीएम मोदी के बीच हुई बातचीत। (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने बांग्लादेश के नई अंतरिम सरकार के प्रमुख प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस से फोन पर बात की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर खुद ही जानकारी दी। पीएम मोदी ने कहा कि मौजूदा स्थिति पर विचारों का आदान-प्रदान किया। लोकतांत्रिक, स्थिरता, शांतिपूर्ण और प्रगतिशील बांग्लादेश के लिए भारत के समर्थन को दोहराया। उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं और सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का आश्वासन दिया।

आठ अगस्त को उठाया था हिंदुओं के खिलाफ हिंसा का मुद्दा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले एक हफ्ते में बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा का मुद्दा दो बार उठा चुके हैं। सबसे पहले आठ अगस्त को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालने के बाद मुहम्मद यूनुस को पीएम मोदी ने शुभकामना दी थी। इस दौरान उन्होंने हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा था।

स्वतंत्रता दिवस पर भी किया जिक्र

दूसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 78वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्रचीर से बांग्लादेश के हिंदुओं पर हो रही हिंसा पर चिंता व्यक्त की थी। हालांकि पीएम ने बांग्लादेश में जल्द हालात सामान्य होने की उम्मीद भी जताई थी। पीएम ने अपने संबोधन में कहा था कि देश के 140 करोड़ भारतीयों को बांग्लादेश के हिदुंओं की चिंता है।

हसीना के इस्तीफे के बाद निशाने पर हिंदू

शेख हसीना के इस्तीफे और देश छोड़ने के बाद बांग्लादेश में हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है। बांग्लादेश नेशनल हिंदू ग्रैंड अलायंस का दावा किया है कि पांच अगस्त को शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद से 48 जिलों में 278 स्थानों पर अल्पसंख्यक समुदाय को हमलों और धमकियों का सामना करना पड़ा है।